भोपाल।
जब जब लोकसभा चुनाव आते है, गायों पर सियासत होने लगती है। अब मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के गौशालाएं खोलने के फैसले को लेकर बयानबाजी शुरु हो गई। बीजेपी ने इसे चुनावी एजेंडा करार दिया है। बीजेपी का कहना है कि गाय के सहारे कांग्रेस चुनावी वैतरणी पार करना चाहती है जो कि संभव नही। बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस अपने राजनैतिक फैसले के लिए गाय पर राजनीति कर रही है। यह वोट बटोरने के लिए कांग्रेस की कोशिश है, लेकिन जनता उनके जाल में फंसने वाली नही।
दरअसल, कमलनाथ सरकार द्वारा प्रदेश में चार महिने में एक हजार गौशालाएं खोलने के फैसले पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि हमारे धर्म शास्त्रों में कहा जाता है कि गौ माता की सेवा से वैतरणी और भवसागर पार किया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस अपने राजनीतिक हित साधने के लिए जिस तरह से गौ माता पर राजनीति कर रही है, वह निंदनीय है। कांग्रेस गौ माता के सहारे चुनावी वैतरणी पार करना चाहती है, जो कभी पूरी होने वाले नहीं हैं।उन्होंने कहा कि गौ माता पर राजनीति करके कांग्रेस सिर्फ पाप का भागीदार ही बन सकती है।
भार्गव ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में अपने वचन पत्र में झूठी घोषणाओं के सहारे जनता में भ्रम का वातावरण बनाकर वोट लेने का काम किया। लेकिन सरकार बनते ही कर्जमाफी, बेरोजगारी भत्ता जैसे अनेक विषयों पर अमल नहीं कर पाई, उल्टा कांग्रेस ने कर्ज माफी पर किसानों को अलग-अलग रंग के फार्म में उलझाने का काम किया। अब प्रदेश में 1 हजार गौशाला खोलने की घोषणा कर कांग्रेस सरकार जनता में फिर भ्रम फैलाने ओर वोट कबाडऩे की कोशिश कर रही है, लेकिन अब जनता कांग्रेस के जाल में फंसने वाली नहीं है। भाजपा सरकार ने गौ माता की सेवा के लिए गौ संवर्धन बोर्ड की स्थापना की। गौ वंश के संवर्धन ओर संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए। इस दिशा में भाजपा सरकार ने धरातल पर काम किया, जबकि कांग्रेस सरकार की बिना तैयारी और बिना डीपीआर के सिर्फ 4 माह में 1 हजार गौशाला खोलने की बात कोरी गप्पबाजी और आधारहीन है।