भोपाल। चुनाव खत्म होने के बाद रविवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में विधायक दल की बैठक हुई। इसमें कांग्रेस विधायकों के साथ साथ निर्दलीय और सपा-बसपा के विधायक भी शामिल हुए। बैठक में हार को लेकर मंथन किया गया है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में बीजेपी नेताओं द्वारा बार बार अल्पमत की सरकार वाले दावों पर सीएम ने सभी विधायकों से दो टूक कहा कि सरकार को कभी लंगड़ी-लूली तो कभी अल्पमत में बताया जा रहा है। आप लोगों ने मुझे विधायक दल का नेता चुना, मुख्यमंत्री बनाया, अब आप ही निर्णय करें कि क्या मैं चेयर छोड़ दूं। इस पर सभी ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि वे साथ है और उनका समर्थन जारी रहेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी को नसीहत देते हुए कहा कि विकास से जुड़े मुद्दों को ताक पर रखकर एक विषैला वातावरण तैयार किया जा रहा है। झूठी सूचनाओं पर आधारित वीडियो, आडियो सोशल मीडिया में चलाए जा रहे हैं। इनसे सावधान रहें और दूसरों को भी सावधान करें।वही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पिछले पांच महीनों में विधायकों से उनके बड़े काम के बारे में जानकारी ली,जो उन्होंने अपने क्षेत्र में किए हैं। सीएम कमलनाथ ने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि विधायकों के काम प्राथमिकता से किए जाएंगे ।
बैठक में कमलनाथ ने विधायकों को उनके काम प्राथमिकता आधार पर पूरे करने का भरोसा जताया। कमलनाथ ने लोकसभा चुनाव परिणामों पर कहा कि कांग्रेस ने विकास से जुड़े सभी मुद्दे पूरी दमखम के साथ उठाएं हैं। केन्द्र सरकार की असफलताओं को जनता के सामने रखा गया है। सभी जनता के मुद्दे थे इसके बावजूद जनादेश का सम्मान करना चाहिए हार जीत लगी रहती है।
इस पर निर्दलीय, सपा, बसपा और कांग्रेस के सभी विधायकों ने एकजुट होकर कहा कि हमें आप पर भरोसा है। आप चाहें तो विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करा लें। राज्यपाल के यहां परेड के लिए भी हम तैयार हैं। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया और छिंदवाड़ा लोकसभा से प्रदेश के इकलौते सांसद नकुल नाथ भी शामिल हुए।