शिवराज सरकार में भ्रष्टाचार,अत्याचार पर छूट, अब बचे इनके पास सिर्फ कुछ महीने-कमलनाथ

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि शिवराज सरकार में भ्रष्टाचार की बात करें, कुपोषण की बात करें, कार्यवाही की बात करें, हर बात में इनकी सच्चाई सामने आ रही है, शिवराज सरकार में आज अत्याचार पर छूट है, भ्रष्टाचार पर छूट है। यह जान चुके हैं कि इनके आखरी 12-13 माह बचे हैं, जितना लूट सके लूट लो। आज सरकार का फोकस आदिवासी समाज को बांटने का है।जो आदिवासी समाज हमेशा से ही एक रहा है, वह एक नहीं रहे, यह आज भाजपा का लक्ष्य है। वह एक तरफ इवेंट करती है और दूसरी तरफ आदिवासी समाज को बांटने का काम भी कर रही है।

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कमलनाथ ने कहा कि आदिवासी समाज की जो उपजातियां हैं, उनके कई संगठन है, उनको यह पैसा, प्रलोभन देकर समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा का शुरू से प्रयास लोगों को बांटने का रहता है, कभी धर्म के नाम पर, कभी जाति के नाम पर। आज यह चीता छोड़ रहे हैं लेकिन कुपोषण पर बात नहीं कर रहे हैं, बेरोजगारी पर बात नहीं कर रहे है, यह आज प्रदेश के हालत है और यह जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। जो वास्तविक मुद्दे हैं, जो आज प्रदेश और हर व्यक्ति के भविष्य से जुड़े हुए मुद्दे हैं, उससे आज ध्यान बांटने का काम हो रहा है। हमारा श्योपुर जिला देश का सबसे ज्यादा कुपोषित जिला है, इसके गवाह तो खुद सरकारी आंकड़े हैं।चीता तो यह एक माह बाद भी छोड़ सकते थे, पहले यह कुपोषण दूर करने के लिए कैंप लगाते, कुपोषण दूर करने के उपाय करते लेकिन इन्हें तो चीता इवेंट करना था। आज श्योपुर जिला कुपोषित के साथ-साथ सबसे गरीब जिला भी है और वहां के रहवासियो के भविष्य की इनको कोई चिंता नहीं और वहां जाकर यह लेक्चर दिया जा रहा है कि पर्यावरण के लिए यह सही है, यह सब नाटक आज चल रहा है।सरकार को कुपोषण को दूर करने को लेकर कार्य योजना बनानी चाहिये। कायदे से तो वहाँ गिर के शेर आने चाहिये थे।जब मेरी सरकार थी, जब मैं मुख्यमंत्री था, तब मैंने इसको लेकर खूब प्रयास किए।मैंने इसको लेकर सरकार से बात भी की थी कि यहां पूरी तैयारी है, आप गिर के शेर भेज दीजिए लेकिन उन्होंने शेर भेजने से मना कर दिया। अब शेर तो भेजे नहीं गुजरात से, अफ्रीका से चीता ले आये ध्यान बांटने के लिये। हम जनहित के मुद्दों पर लगातार आवाज उठा रहे हैं , आज की जनता समझदार हैं ,इनकी सच्चाई को देख रही है। मध्यप्रदेश में मासूम बच्चियो से दुष्कर्म की लगातार घटनाएं घट रही है।आज अपराधियों के हौसले बुलंद है क्योंकि उन्हें पता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।


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Harpreet Kaur