गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से मिलने अचानक उनके घर पहुंचे डॉ गोविंद सिंह, MP का सियासी पारा चढ़ा

Atul Saxena
Published on -

MP News : राजनीति में नेताओं के बयान और उनकी तस्वीरें सियासत के पारे का तापमान तय करती हैं, ऐसी ही एक तस्वीर आज मध्य प्रदेश में सामने आई है जिसने सियासी पारे को थोड़ी गर्माहट दी है, दर असल आज मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से मिलने अचानक पहुँच गए, कहने को दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को एक सौजन्य भेंट बताया लेकिन चुनावों से पहले लोग इसका मतलब अपनी ही तरह से निकाल रहे हैं।

नरोत्तम मिश्रा के आवास पर पहुंचे डॉ गोविंद सिंह 

मप्र की राजनीति के दो बड़े धुर विरोधी नेता एक साथ बैठकर मुस्कुराएं तो चर्चा होना स्वाभाविक है, ऐसी ही चर्चा आज मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में दिन भर चली, दर असल नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ गोविंद सिंह आज दिन में गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे।

दोनों नेताओं के बीच अकेले में आधा घंटे हुई बातचीत 

दोनों नेताओं ने अकेले में करीब आधा घंटे तक बात की, हालाँकि इनके बीच क्या बात हुई ये तो नहीं मालूम चला लेकिन जैसे ही मुलाकात की खबर नरोत्तम मिश्रा के आवास से बाहर निकली सियासी गलियारों ने चर्चाएँ शुरू हो गई, विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस मुलाकात को लोग अपने सियासी चश्मे से देखने लगे, नरोत्तम मिश्रा ने भी मुलाकात की तस्वीर को अपने ट्विटर पर पोस्ट कर सियासी पारे को और गर्माहट दे दी।

दोनों नेताओं ने बताई सामान्य मुलाकात, सियासी पारा चढ़ा 

हालाँकि जब मीडिया के कुछ लोगों ने डॉ गोविंद सिंह से इस मुलाकत के बारे में जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि ये सामान्य मुलाकात है जो होती रहती है , मेरे और नरोत्तम मिश्रा के पुराने सम्बन्ध हैं , उन्होंने कहा कि मेरी विधानसभा में पुलिस थानों को लेकर कुछ बात थी जिसकी जानकारी गृह मंत्री को देना जरूरी था इसलिए इनसे मिलने आया था।

बहरहाल, तस्वीर में दोनों नेता भले ही कूल लुक दे रहे हों लेकिन इस मुलाकात के मायने लोग अपनी तरह से निकाल रहे हैं, क्योंकि ये मुलाकात ऐसे समय हुई है जब भाजपा और कांग्रेस पार्टियों के नेताओं के एक दूसरे के दल में शामिल होने का सिलसिला जारी है, इतना ही नहीं, बीते दिनों ग्वालियर में प्रियंका गाँधी की जन आक्रोश रैली में खुद गोविंद सिंह ने मप्र सरकार को जमकर घेरा था। खैर ये पब्लिक है सब जानती है ….


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News