भोपाल। एमएससी की छात्रा के साथ में बी.टेक के छात्र ने बीती देर रात चपाती केंद्र बरखेड़ा पठानी रेप का प्रयास किया। आरोपी की बुआ का लड़का और उसका एक दोस्त आस पास में निगरानी कर रहे थे। शोर मचाने पर तीनों आरोपियों ने लड़की की बेरहमी से धुनाई कर दी। किसी तरह से पीडि़ता आरोपियों के चुंगल से छूटकर पैदल भाग निकली। जान बचाने के लिए वह एक मकान में जा घुसी। जिसके बाद में तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए। जिसके बाद पीडि़ता थाने पहुंची और बलात्कार का प्रयास, मारपीट, जान से मारने की धमकी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया। पुलिस ने देर रात ही आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश देकर उन्हें हिरासत में ले लिया। तीनों आरोपी अलग-अलग कॉलेजों से पढ़ाई कर रहे हैं।
गोविंदपुरा टीआई अशोक सिंह परिहार के अनुसार 21 साल की छात्रा खेड़ली बाजार, तहसील मुलाताई, जिला बैतूल की रहने वाली है। छात्रा यहां साकेत नगर में अपने बड़े भाई और छोटी बहन के साथ रह रही है। छात्रा का कहना है कि गुरुवार शाम वह घर से रात 7 से 8 बजे के बीच दवाई खरीदने मार्केट आई थी। इस दौरान उसके दोस्त एकांत का कॉल उसे आया था। एकांत ने कहा था कि जरूरी बात करनी है। इसके बाद उसे बरखेड़ा बुलाया था। वह जब पहुंची तो एकांत खागरे उसे बाइक पर बिठाकर चपाती केंद्र गोविंदपुरा ले गया था। वह सुनसान में छात्रा से बात कर रहा था, इसी बीच उसने बहाना कर अपने दोस्त निमिश जैन और बुआ के बेटे प्रणव को बुला लिया। दोनों के पहुंचते ही एकांत ने लड़की के साथ गालीगलौज शुरू कर दी थी। वहीं आरोपी ने पीडि़ता के साथ में बलात्कार का प्रयास किया। आरोपी प्रवव और निमिश आस पास में निगरानी का काम कर रहे थे। जब युवती ने शोर बचाना शुरू किया तो तीनों आरोपियों ने उसके साथ में जमकर मारपीट की। किसी तरह से छात्रा सड़क पर शोर बचाती हुई आरोपियों के चुंगल से भागी और पैदल चलकर पास में बने एक घर में जा घुसी।
– घर के लोगों को देख भागे आरोपी
छात्रा का कहना है कि एकांत खागरे, निमिश जैन और प्रणव तीनों ने मिलकर उससे मारपीट की थी। वह किसी तरह बचकर पास ही बने मकान में घुसी थी। वहां रहने वाले लोगों से मदद मांगी तो आरोपी वहां से भाग निकले। इसके बाद छात्रा ने डायल 100 को कॉल किया था। मौके पर पहुंची डायल 100 की टीम उसे गोविंदपुरा थाने लेकर पहुंची थी। छात्रा ने पुलिस को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी थी। इधर पुलिस ने पूरा मामला सुन तो लिया, लेकिन महिला संबंधी अपराध होने के बाद भी पुलिस ने मामला दर्ज करने में सात घंटे लगा दिए। पुलिस सूत्रों की माने तो मामले की जानकारी आला अधिकारियों को कॉल कर दी गई थी। उनके द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद प्रकरण दर्ज किया गया।