भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। ग्वालियर-चंबल अंचल में चल रहे चुनावी दौरे के बीच राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Rajya Sabha MP Jyotiraditya Scindia) का एक ट्वीट चर्चा का विषय बना हुआ है। ट्वीट में सिंधिया ने प्रदेश की जनता के उज्जवल भविष्य के लिए कुर्सी तक छोड़ने की बात कही।इस पर कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (Former Minister Jeetu Patwari) ने भी रिट्वीट कर कहा है कि आने वाला समय में कोई मंत्री पद स्वीकार्य ना करे, इससे वचन सार्थक होगा। उपचुनाव से पहले सियासी गलियारों में सिंधिया के इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे है, हालांकि यह ट्वीट किसको आधार बनाकर किया गया है, इस पर भी कई सवाल है।
दरअसल, सिंधिया ने ट्वीट कर लिखा है कि हम जमीनी कार्यकर्ता है और अपनी धरती माँ से जुड़कर कार्य करने वालों में से हैं। हमें अपनी माटी, अपनी जनता के उज्ज्वल भविष्य की चिंता है, और यदि उसके लिए हमें कुर्सी भी त्याग करनी पड़े तो हम पीछे नहीं हटते। माना जा रहा है कि सिंधिया ने ट्वीट कर कांग्रेस के उन आरोपों का जवाब दिया है, जिसमें अक्सर कांग्रेसी उनपर आरोप लगाते हैं कि पद और पैसे की लालच में सिंधिया व उनके समर्थक विधायकों ने पार्टी छोड़ी थी। ये टिकाऊ नही बिकाऊ है और इन्होंने प्रदेश के साथ गद्दारी की है।
इस पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने भी रिट्वीट किया है। जीतू ने लिखा है कि आने वाला राज्यसभा का पूरा कार्यकाल आप कोई मंत्री पद स्वीकार्य नहीं करेंगे। तो आपके वचन सही सार्थक होगे। लोकतंत्र की हत्या करोड़ों कार्यकर्ताओं की भावनाओं की बेइज़्ज़ती। सदियों तक आपके इतिहास से चिपकी रहेगी ।ईश्वर आपको सद्बुद्धि दे !
शिवराज की तारीफ, कमलनाथ को घेरा
अगले ट्वीट में सिंधिया ने लिखा है कि ग्वालियर – चंबल संभाग ने कांग्रेस को सत्ता दी लेकिन कमलनाथ जी ने इसी क्षेत्र के साथ सबसे ज्यादा भेदभाव किया। यहां के विधायकों से मिलने के लिये मुख्यमंत्री के पास समय तक नहीं था। आज इन्हें नैतिकता याद आ रही है। मध्यप्रदेश में जब विभिन्न क्षेत्रों में ओलावृष्टि, बाढ़, कोरोना जैसी विकराल समस्याओं ने जन्म लिया तब मुख्यमंत्री जी ने स्वयं की चिंता ना करते हुए दिन-रात जनता के लिए उनके बीच स्वयं पहुंच कर परेशानियों का जायजा लिया और हरसंभव मदद की।
बता दे कि इन दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan and Union Minister Narendra Singh Tomar) के साथ ग्वालियर-चंबल के सियासी दौरे पर चल रहा है। इस दौरान कई जगहों पर सिंधिया को विरोध का सामना करना प़ड़ रहा है, कांग्रेसियों द्वारा जगह जगह पर काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, वही सभाओं में भी हंगामा देखने को मिल रहा है।
हम जमीनी कार्यकर्ता है और अपनी धरती माँ से जुड़कर कार्य करने वालों में से हैं। हमें अपनी माटी, अपनी जनता के उज्ज्वल भविष्य की चिंता है, और यदि उसके लिए हमें कुर्सी भी त्याग करनी पड़े तो हम पीछे नहीं हटते।
— Jyotiraditya M. Scindia (मोदी का परिवार) (@JM_Scindia) September 12, 2020
आने वाला राज्यसभा का पूरा कार्यकाल आप कोई मंत्री पद स्वीकार्य नहीं करेंगे। तो आपके वचन सही सार्थक होगे
लोकतंत्र की हत्या करोड़ों कार्यकर्ताओं की भावनाओं की बेइज़्ज़ती
सदियों तक आपके इतिहास से चिपकी रहेगी !
ईश्वर आपको सद्बुद्धि दे ! https://t.co/vq4bDn2Rn6— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 13, 2020