भोपाल।
मध्यप्रदेश में सवर्णों को आरक्षण को लेकर सियासत गर्मा गई है। अन्य राज्यों में लागू होने के बाद अब मध्यप्रदेश में भी इसे लागू करने की मांग उठ रही है। भाजपा सांसद भगीरथ प्रसाद के बाद करणी सेना ने आरक्षण को लेकर कमलनाथ सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर सरकार ने तक मध्यप्रदेश में सवर्णों को आरक्षण लागू नही किया तो वे आंदोलन करेंगें। इससे पहले भाजपा सांसद ने कमलनाथ को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार प्रदेश के सामान्य वर्ग के गरीब लोगों को दस प्रतिशत आरक्षण का लाभ तत्काल प्रभाव से लागू करें अन्यथा राज्य सरकार के विरूद्ध शीघ्र ही उग्र आंदोलन किया जाएगा और राज्य सरकार को इस व्यवस्था को लागू करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
दरअसल, करणी सेना ने सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को 10 फीसदी आरक्षण देने को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने मध्य प्रदेश में भी सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को 10 फीसदी आरक्षण देने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि मध्य प्रदेश में सवर्ण आरक्षण नहीं लागू किए जाने से सवर्ण समाज में रोष व्याप्त है। करणी सेना ने राज्य सरकार को 5 फरवरी तक की मोहलत दी है। सवर्ण समाज की भावनाओं को देखते हुए जल्द से जल्द सवर्ण आरक्षण को मध्य प्रदेश में भी लागू किया जाए, नहीं तो करणी सेना उग्र आंदोलन करेगी।
बता दे कि मोदी सरकार द्वारा सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को 10 फीसदी आरक्षण देने का लाभ गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में मिलना शुरू हो गया है। लेकिन मध्य प्रदेश में अब भी सवर्णों को इसका इंतजार है। प्रदेश में इसको लेकर अभी कोई शुरुआत नही की गई है, जिसके कारण लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।