BHOPAL NEWS : मध्यप्रदेश पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी वर्तमान में “मिड कैरियर ट्रेनिंग प्रोग्राम” (MCTP) के अंतर्गत कैंब्रिज विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
आधुनिक पुलिसिंग की नई विधा सीख रहें
वर्ष 2019 से यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष राज्य पुलिस सेवा के उन अधिकारियों के लिए आयोजित किया जाता है, जिन्होंने 12 वर्ष की सेवा पूरी कर ली है और जो अपने अनुभव के साथ आधुनिक पुलिसिंग की नई विधाओं को सीखने के लिए तत्पर हैं। राष्ट्रीय स्तर पर यह दिल्ली व मुंबई के विख्यात विश्वविद्यालयों के अतिरिक्त अंतराष्ट्रीय स्तर पर यू.के. में भी यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न होता है।
पुलिस प्रबंधन की नवीनतम रणनीतियों पर गहन अध्ययन और चर्चा
इस वर्ष यह दल अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) सोनाली मिश्रा के नेतृत्व में यू.के. में प्रशिक्षण भ्रमण पर है। प्रशिक्षण के तहत अधिकारी आधुनिक पुलिसिंग से संबंधित विभिन्न सत्रों में भाग ले रहे हैं। इन सत्रों में कानून प्रवर्तन की वैश्विक चुनौतियों, तकनीकी नवाचार, अपराध जांच के उन्नत तरीकों और पुलिस प्रबंधन की नवीनतम रणनीतियों पर गहन अध्ययन और चर्चा की जा रही है।
राज्य में सुरक्षा और न्याय प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने में कारगार सिद्ध
इस कार्यक्रम का उद्देश्य अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की पुलिसिंग पद्धतियों से परिचित कराना, नवाचारों से प्रेरणा प्राप्त करना और उन्हें राज्य की कानून व्यवस्था में प्रभावी रूप से लागू करना है। प्रशिक्षण के दौरान सामुदायिक पुलिसिंग, डिजिटल युग में अपराध नियंत्रण, एविडेंस बेस्ड पुलिस कार्यप्रणाली और आपराधिक न्याय प्रणाली को सशक्त बनाने जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
राज्य में सुरक्षा और न्याय प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने में कारगार सिद्ध
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल अधिकारियों के व्यक्तिगत ज्ञान और कौशल को उन्नत करेगा, बल्कि यह मध्यप्रदेश पुलिस की समग्र कार्यक्षमता के उन्नयन हेतु निर्मित किया गया है। इस पहल से अपेक्षित है कि यह पुलिसिंग में पेशेवर मानकों को बढ़ावा प्रदान करेगा और यह राज्य में सुरक्षा और न्याय प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने में कारगार सिद्ध होगा।
अनुभव और ज्ञान को अन्य पुलिसकर्मियों के साथ करेंगे साझा
प्रशिक्षण दल 22 दिसंबर 2024 को स्वदेश लौटेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से अपेक्षित है कि नव प्रशिक्षित अधिकारी अपने अनुभव और ज्ञान को अन्य पुलिसकर्मियों के साथ साझा करेंगे, जिसका व्यापक लाभ पुलिस सेवा व कार्यप्रणाली पर पड़ेगा।