भोपाल।
विधानसभा अध्यक्ष के बाद अब उपाध्यक्ष को लेकर राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो चली है। कांग्रेस ने जहां दो बार विधायक रही हिना कावरे को उम्मीदवार बनाया है, वही भाजपा की तरफ से वरिष्ठ नेता जगदीश देवड़ा मैदान में हैं। गुरुवार को नए विधानसभा उपाध्यक्ष का नाम तय होना है।खबर है कि सर्वसम्मति से अगर उपाध्यक्ष तय नहीं होता है तो वोटिंग की स्थिति बनेगी। ऐसे में सदन में हंगामे के आसार है।विपक्ष हर हाल में इस पद को हथियाना चाहेगी, वही कांग्रेस परंपरा तोड़ने के बाद इस पद को अपने पास रख सकती है।
बीजेपी का कहना है कि पुरानी परंपरा के मुताबिक डिप्टी स्पीकर विपक्ष के सदस्य को बनाया जाना चाहिए और अब इसका फैसला सत्ता पक्ष को करना है। बीजेपी ने उम्मीद जताई है कि डिप्टी स्पीकर उन्ही की पार्टी का होगा। वहीं कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि परंपरा के खिलाफ बीजेपी ने स्पीकर पद के लिए प्रत्याशी उतार कर व्यवस्था और परंपरा तोड़ने का काम किया है, इसलिए अब हम भी डिप्टी स्पीकर के लिए अपना प्रत्याशी उतार रहे हैं। डिप्टी स्पीकर कौन होगा, इसका फैसला अब सदन करेगा.।
विधानसभा की परंपरा के अनुसार अब तक डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दे दिया जाता था। लेकिन अध्यक्ष पद के चुनाव के समय हुए विपक्ष के हंगामे और आरोपों के बाद अब कांग्रेस उपाध्यक्ष पद के लिए भी अपना प्रत्याशी खड़ा किया है। अगर वोटिंग में भाजपा पिछड़ी तो उपाध्यक्ष पद भी गंवाना पड़ेगा। कांग्रेस ने बालाघाट जिले की लांजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हिना कांवरे को उपाध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया है। हिना को कुछ दिन पहले पार्टी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता भी बनाया है। वहीं बीजेपी ने मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ विधानसभा से विधायक जगदीश देवड़ा का नाम घोषित किया है।
वही ऐसे में अगर कांग्रेस का उम्मीदवार चुनाव जीतता है तो विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों पदों पर कांग्रेस का कब्जा हो जाएगा। सदन का मौजूदा सियासी गणित भी अभी कांग्रेस के पक्ष में है। अगर बात करें सदन के मौजूदा सियासी समीकरणों की तो कांग्रेस के खुद के 114 विधायक सदन में हैं, वहीं सपा 1, बसपा के 2 और 4 निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सदन में सरकार के पक्ष में कुल विधायकों की संख्या 121 है, वहीं बीजेपी 109 विधायकों के साथ विधानसभा में विपक्ष में मौजूद है।
बीजेपी ने परंपरा तोड़ी, नही मिलेगा पद
कमलनाथ सरकार में लोकनिर्माण मंत्री सज्जन सिंह ने साफ कहा है कि इस जंग की शुरूआत बीजेपी ने की थी इसलिए अब इसे जंग की तरह की लड़ा जाएगा। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अब डिप्टी स्पीकर का पद भी कांग्रेस अपने पास रखेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह परंपरा बीजेपी ने तोड़ी है। तो इसका खामियाजा भी उसे ही उठाना होगा। वही संसदीय मंत्री गोविंद सिंह ने भी मीडिया से चर्चा में साफ कर दिया कि डिप्टी स्पीकर के लिए चुनाव होगा। स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार उतारकर बीजेपी ने परंपरा तोड़ी है। इसलिए अब डिप्टी स्पीकर के लिए चुनाव होगा और हम यह पद बीजेपी को नहीं देंगे। इस मसले पर बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि परंपरा तोड़ने का खामियाजा बीजेपी को भुगतना होगा।