भोपाल| विधानसभा में गुरुवार को किसानों के मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ| किसान कर्ज माफी के मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष में तीखी नोंक झोंक हुई| नरोत्तम मिश्रा ने सदन मे कहा कांग्रेस अब सरकार में है, अगर कहीं किसानों के मामले में भष्टाचार हुआ है, किसान का पैसा जिसने भी लिया है उसको ये सरकार जेल क्यो नही भेज रही है| किसान का पैसा जिसने खाया हो उस पर कार्यवाही करो, हम आपके साथ हैं| किसान कर्ज माफी में धांधलियां उजागर होने के मामले में संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह और नरोत्तम मिश्र में तीखी बहस हुई| सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया. और किसान कर्जमाफी को लेकर सदन के बाहर नारेबाजी की| विपक्ष ने किसान कर्जमाफी को झूठा बताया| विपक्ष ने आरोप लगाया कि सोसायटियो को 25 और 50 फीसदी कर्ज माफ करने को लेकर सरकार ने पत्र लिखा है, जिसमे 2007 से 2017 तक 25 फीसदी तथा 2017 से 18 तक के 50 फीसदी कालातीत कर्ज माफी करने के निर्देश दिए हैं|
इससे पहले सवर्णों को आरक्षण नहीं दिए जाने का मामला भी सदन में उठा। सत्तापक्ष की और से संतोषप्रद उत्तर नहीं मिलने से नाराज विपक्ष के विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया। इस मुद्दे पर बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि सवर्ण आरक्षण लागू करने के लिए एक समिति बनाई जा रही है। ध्यानाकर्षण के दौरान भाजपा के विधायक सीतासरन शर्मा ने प्रदेश में हो रही स्वाइन फ्लू से हो रही मौतों का मामला ध्यानाकर्षण के दौरान उठायाय़ इसका जबाव देते हुए स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि प्रदेश में अब तक स्वाइन फ्लू से 35 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में इसके स्वाइन फ्लू से इलाज के पर्याप्त इंतजाम हैं। स्वास्थ्य मंत्री का जवाब सुनते ही विपक्षी विधायकों ने कहा कि जब इलाज की व्यवस्था इतनी दुरुस्त है तो इतनी मौत कैसे हो गई। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जल्द व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं।