भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) की संस्कृति और पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर (Usha Thakur) ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। अंबेडकर विश्वविद्यालय (Ambedkar University) के वन अधिकार उत्सव कार्यक्रम (Forest rights festival program) में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची उषा ठाकुर ने कहा कि जय आदिवासी युवा शक्ति यानी जयस एक देशद्रोही संगठन है जो हमारे क्षेत्र में पनप रहा है।इतना ही नहीं उषा ठाकुर ने यह भी बताया कि यह संगठन देश के आदिवासियों को देश तोड़ने का प्रशिक्षण दे रहा है जिसके प्रमाण मिले हैं। उन्होंने वहां मौजूद लोगों को शपथ भी दिलाई कि वे ऐसे देशद्रोही संगठनों को नहीं पनपने देंगे ।मंत्री के इस बयान को लेकर जयस संगठन के लोग आग बबूला हैं ।
जयस के प्रदेश अध्यक्ष अंतिम मुजाल्दा का कहना है कि अगर तीन दिन में मंत्री ने माफी नहीं मांगी तो सरकार के खिलाफ न केवल आंदोलन किया जाएगा बल्कि एफ आइ आर भी दर्ज कराई जाएगी। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के विधायक और जयस के सक्रिय सदस्य रहे डॉ हीरालाल अलावा (Heeralal Alawa) ने भी इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है ।उनका कहना है कि आदिवासियों की संवैधानिक लड़ाई लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने वाले संगठन को देशद्रोही नक्सलवादी (Traitor naxalite) कहा गया है जो बीजेपी (BJP) की आदिवासियों के प्रति नफरत भरी सोच का प्रतीक है ।उषा ठाकुर के इस बयान का हर गली मोहल्ले में विरोध होना चाहिए और बीजेपी के नेताओं से इसका स्पष्टीकरण मांगना जरूरी है क्योंकि यह लोग आदिवासियों को नक्सली घोषित कर खत्म करने का सुनियोजित षड्यंत्र रच रहे हैं ।अलावा ने यह भी लिखा है कि बीजेपी के सभी नेताओं का सामाजिक रूप से बहिष्कार भी होना चाहिए जो आदिवासी वर्ग के हैं ।जयस संगठन से जुड़े हुए डॉ आनंद राय (Dr. Anand Rai) का कहना है कि उषा ठाकुर जिससे विधानसभा से चलकर आती है वहां 40,000 आदिवासी रहते हैं उषा जी का यह बयान उन सभी आदिवासी भाइयों का अपमान है।