Bhopal News: अस्पतालों, क्लीनिकों का FSSAI से रजिस्ट्रेशन होना जरूरी, उल्लंघन करने पर होगी दण्डात्मक कार्रवाई

राजधानी भोपाल के कई अस्पतालों में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया संपन्न हो गई है, जिसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIMS), बंसल अस्पताल, जेपी अस्पताल आदि शामिल हैं।

Shashank Baranwal
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Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अस्पतालों और क्लीनिकों का भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) से रजिस्ट्रेशन जरूरी हो गया है। अगर FSSAI का रजिस्ट्रेशन नहीं हैं तो अस्पतालों या क्लीनिक में कैंटीन या मेस नहीं चला पाएंगे। वहीं नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ फूड विभाग द्वारा कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।

शनिवार को आदेश किया गया जारी

राजधानी में संचालित सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के पास FSSAI का लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन जरूरी हो गया है। इस संबंध में आदेश शनिवार 20 अप्रैल को जारी किया गया है। इसको लेकर CMHO ने जानकारी दी कि खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 की धारा 31 के तहत FSSAI का रजिस्ट्रेशन या लाइसेंस रहना जरूरी है। वहीं जिनके पास इसका रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस नहीं रहेगा उनके खिलाफ अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, कुछ दिनों पहले खाद्य सुरक्षा कमिश्नर ने प्रदेश के सभी जिलों में इस मामले को लेकर निर्देश जारी किए थे। इस दौरान उनका कहना था कि खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 और विनियम 2011 के तहत विनिर्माण भंडारण, प्रसंस्करण, खाद्य पदार्थों का निर्माण, विक्रय और परिवहन जैसी गतिविधि के लिए FSSAI का रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है।

ये है नियम

गौरतलब है कि अस्पतालों के कैंटीन या मेस में डिब्बा बंद खाने के पैकेट को दिया जाता है। फिर भी रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस होना जरूरी है। अगर मेस या कैंटीन द्वारा एक साल में 12 लाख से कम खाद्य पदार्थों का विक्रय किया जाता है तो उनको रजिस्ट्रेशन कराना होता है। जबकि 12 लाख से अधिक का विक्रय करने वाले मेस या कैंटीन को लाइसेंस दिया जाता है।

अलग-अलग राशि का निर्धारण

कैंटीन या मेस ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन या लाइसेंस ले सकते हैं। इसके लिए कैंटीन या मेस संचालक को FSSAI के आधिकारिक वेबसाइट https://foscos.fssai.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन के अप्लीकेशन देना होगा। अगर रजिस्ट्रेशन कराना है तो 100 रुपए और लाइसेंस लेना है तो 2 हजार रुपए का शुल्क भुगतान करना होगा।

राजधानी के इन अस्पतालों में हो गया रजिस्ट्रेशन

राजधानी भोपाल के कई अस्पतालों में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया संपन्न हो गई है, जिसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIMS), बंसल अस्पताल, जेपी अस्पताल, अपोलो सेज अस्पताल, सागर मल्टीस्पेशिलिटी अस्पताल, चिरायु अस्पताल और पीपुल्स अस्पताल ने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा करा लिया है।

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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