भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। इंदौर में मेडिकल कालेज के छात्र की रैगिंग के बाद आत्महत्या का मामला अभी सुर्खियों में ही है वही रैगिंग के और नये मामलें ने सनसनी फैला दी है, ताज़ा मामला भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MANIT) में फर्स्ट और सेकंड ईयर स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग से जुड़ा है। छात्रों का आरोप है कि सीनियर्स उन्हें लगातार थप्पड़ मारते हैं, इसके साथ ही ना चाहते हुए भी उन पर स्मोकिंग के लिए भी दबाव बनाया जाता है और तो और थर्ड ईयर के छात्र जूनियर्स को कैंपस के बाहर रेस्टोरेंट्स और कैफे तक में जाने नहीं दे रहे। हैरान करने वाली बात यह है कि कोरोना के चलते दो साल से सभी क्लासेस आनलाइन चल रही है, और थर्ड ईयर के छात्र भी पहली बार कालेज आए है वही फर्स्ट ईयर छात्र भी इसी साल एडमिशन लेकर क्लास मे आ रहे है, उसके बावजूद पहली बार कालेज आए थर्ड ईयर के छात्र जूनियर्स की रैगिंग ले रहे है।
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परेशान जूनियर छात्रों ने खुलकर सामने आने की बजाए UGC की एंटी रैगिंग कमेटी से गोपनीय शिकायत की है। यह शिकायत 31 मार्च को ऑनलाइन की गई थी। जिसके बाद नई दिल्ली से जांच के निर्देश मैनिट की एंटी रैगिंग कमेटी को दिए गए। मैनिट में रैगिंग की ऑनलाइन शिकायत 31 मार्च को की गई। हालांकि सीनियर छात्रों के डर से जूनियर छात्रों ने गोपनीय शिकायत की है, शिकायत में जूनियर छात्रों ने लिखा है कि उन्हे रोज सीनियर छात्रों की प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है, जिसके चलते कुछ जूनियर तो डिप्रेशन की कगार पर पहुंच गए हैं। शिकायत में जूनियर छात्रों ने अपनी तकलीफ बताई है, छात्रों के मुताबिक मैनिट में रैगिंग को लेकर बहुत खराब स्थिति है। थर्ड ईयर के छात्र जूनियर्स को मारते हैं और शिकायत करने पर और ज्यादा प्रताड़ित करने की धमकी देते है। गौरतलब है कि यूजीसी एंटी रैगिंग हेल्पलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में 152 और मध्य प्रदेश में 132 शिकायतें दर्ज हुई हैं। जिसके बाद रैगिंग के मामलें में पूरे देश में मध्य प्रदेश दूसरे नंब पर है।