भोपाल। मध्यप्रदेश में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा गत दिनों रजनीगंधा और राजश्री पान मसाला बनाने की फैक्ट्रियों पर छापा मारकर जांच के लिए नमूने लिये गए थे। विभाग को इन नमूनों की जांच रिपोर्ट मिल गई है। जांच में रजनीगंधा, राजश्री समेत अन्य पान मसाला के नमूने असुरक्षित पाये गये हैं। जिला प्रशासन ने मंगलवार को इन पान मसाला निर्माताओं को नोटिस जारी किये गये हैं।
भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा विगत दिनों पान मसाला, तंबाकू और सुपारी के विरुद्ध चलाये गए अभियान गए अभियान के तहत विभिन्न प्रतिष्ठानों और फैक्ट्रियों पर छापा मारकर पान मसालों के सेम्पल लिये गये थे। विभाग को सोमवार को देर शाम 40 खाद्य नमूनों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है, जिसमें 12 रिपोर्ट राजश्री पान मसाला फैक्ट्री की है।
उन्होंने बताया कि इन 12 रिपोर्ट में पान मसाले के 3 राजश्री, कमलापसंद के 3 नमूने अमानक है। एक चूना मिसब्रांडेड, एक कत्था, एक सिकी सुपारी अमानक पाये गए। इसी प्रकार नोएडा (नई दिल्ली) में बनने वाले रजनीगंधा पान मसाला में मैग्नीशियम कार्बोनेट की मात्रा अधिक पाई गई, जिससे उक्त नमूना असुरक्षित पाया गया। इसी प्रकार न्यू मार्केट से लिये गए जर्दा के पान में जर्दा की मिलावट करने पर उसे भी असुरक्षित किया गया। वहीं, बॉम्बे डेरी और कान्हा डेरी से दो दूध के सैंपल में फैट कम होने से अमानक घोषित किया गया। अमानक पाये गए खाद्य पदार्थ निर्माताओं को मंगलवार को खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर नोटिस जारी किए गए हैं। जल्द ही इनके खिलाफ कार्रवाई भी जाएगी।