भोपाल।
एक और जहां प्रदेश की राजनीतिक उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है। वहीं दूसरी ओर 16 मार्च को प्रदेश के 3 राज्य सभा(rajya sabha) सीटों पर चुनाव के लिए भाजपा 2 सीटों पर अपनी उम्मीदवारी का दावा करने का विचार कर रही है। इसको लेकर रविवार को भाजपा(bjp) के प्रदेश कार्यालय में विष्णु दत्त शर्मा(v.d. sharma) की अध्यक्षता में बैठक की गई, जिसमें 2 सीटों के लिए 4 नामों का पैनल तैयार कर दिल्ली केंद्रित नेतृत्व भेज दिया गया है। जहां चारों में से 2 उम्मीदवारों का चयन भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा किया जाएगा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने बैठक के बाद मीडिया(media) से बातचीत में कहा की भाजपा के संख्याबल के हिसाब से उन्हें एक सीट मिल सकती है। किंतु इस राजनीतिक परिवेश की भविष्यवादी संभावनाओं को देखते हुए बीजेपी ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।वीडी से इस बयान से कांग्रेसी खेमे में उथल पुथल मच गई है, क्योंकि अबतक कांग्रेस(congress) इन दो सीटों पर दावा करती नजर आ रही है। हालांकि सियासी गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा राज्यसभा की 2 सीटों पर दांव खेलने की तैयारी में है। खास बात ये है कि अभी तक कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों में से प्रत्याशियों के नाम सामने नहीं आए हैं। राज्यसभा सीटों के चुनाव के लिए अभी तक दोनों पार्टी के एक भी प्रत्याशी ने पर्चा दाखिल नहीं किया है।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया का नौ अप्रैल को राज्यसभा में कार्यकाल पूरा हो रहा है, जिन्हें भरने के लिए 26 मार्च को चुनाव होना है। इसके पहले राजनीतिक उठापटक शुरू हो गई है।राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के दो प्रत्याशियों को विधानसभा में मौजूदा संख्या बल के हिसाब से 116 विधायकों के मत चाहिए, जिसमें कांग्रेस को निर्दलीय विधायक और मंत्री प्रदीप जायसवाल सहित दो विधायकों की जरूरत होगी। वहीं, भाजपा को चुनाव में दूसरे प्रत्याशी को खड़ा करने पर उनके अपने विधायकों के अलावा नौ अन्य एमएलए के वोटों की आवश्यकता होगी। इसके लिए ही प्रदेश में सियासी घमासान की स्थिति बनी हुई है।हालांकि दो सीटों का दावा दोनों दल कर रहे है।खैर ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि तीन में से दो सीटों पर किसका राज होगा।