किसानों को राहत, जल्द ही फसल बीमा में न्यूनतम राशि का निर्धारण करेगी सरकार

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में प्रधानमंत्री फसल बीमा राशि के नाम पर किसानों के खातों में 1,3,10, 25, 50 रुपए डाले जाने पर जमकर सियासत गर्मा गई है।एक तरफ जहां विपक्ष ने शिवराज सरकार (Shivraj sarkar) को घेरा है वही वादे और दावे के मुताबिक खातों में राशि ना पहुंचने पर किसानों (Farmers) में भी आक्रोश है। इसी बीच सरकार ने फैसला लिया है कि किसानों को फसल बीमा में न्यूनतम राशि का निर्धारण किया जाएगा।

कृषि विभाग ने फैसला लिया है कि प्रदेश में किसानों को फसल बीमा योजना (Crop Insurance Policy) का यथोचित लाभ दिलाए जाने के लिए जल्द ही न्यूनतम बीमा राशि का निर्धारण किया जाएगा। वर्तमान में भी प्रयास किए जा रहे हैं कि किसानों को सम्मानजनक राशि का भुगतान बीमा योजना अंतर्गत किया जाए।शीघ्र ही प्रदेश में किसानों को सम्मानजनक न्यूनतम बीमा राशि के भुगतान के लिए आवश्यक निर्णय लिए जा कर बीमा राशि के भुगतान की प्रक्रिया को निर्धारित कर किसानों को लाभान्वित किया जाएगा।

कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार प्रदेश के विभिन्न अंचलों के जिलों में औसतन रूप से किसानों को फसल बीमा योजना का न्यूनतम लाभ बेहतर तरीके से दिया गया है। अनुपपुर जिले में औसतन 5268 रुपए, बैतूल में 10,804 रुपए, बुरहानपुर में 49,360 रुपए, धार में 16,362 रुपए, हरदा में 20728 रुपए, होशंगाबाद में 16,772 रुपए, इंदौर में 19,664 रुपए, झाबुआ में 1228 रुपए, पूर्वी निमाड़ खंडवा में 10,232 रुपए, पश्चिम निमाड़ खरगोन में 3397 रुपए, सीहोर में 13,999 रुपए, शहडोल में 5774 रुपए और उमरिया जिले में 5763 रुपए औसतन प्रति किसान बीमा राशि का भुगतान किया गया है।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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