भोपाल। लोकसभा चुनाव में भी तकनीकी का तड़का लगा हुआ है। राजनीतिक धुरंधर एक-दूसरे पर नजर रखने के लिए ट्विटर पर उनको फॉलो कर रहे हैं। मोदी ट्विटर पर मुख्यमंत्री कमल नाथ (सीएमओ), पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को फॉलो करते हैं। वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सीएमओ के भी फॉलोअर हैं। वहीं कमल नाथ और दिग्विजय पीएमओ के फॉलोअर हैं, लेकिन सिंधिया न मोदी को फॉलो करते हैं और न ही पीएमओ को।
राहुल गांधी नहीं करते मोदी को फॉलो
मोदी, गांधी परिवार पर हमेशा निशाना साधते है, लेकिन फिर भी ट्विटर पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के फॉलोअर हैं। इस मामले में राहुल के विचार थोड़े अलग हैं। वे मोदी को फॉलो नहीं करते हैं। जबकि राहुल के निशाने पर सबसे ज्यादा मोदी ही रहते हैं। उनका राफेल मामले में चौकीचार चोर है का नारा ट्विटर के जरिए ही युवाओं की जुबान पर चढ़ा। यही नहीं मोदी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सीएमओ को फॉलो करते हैं। सीएमओ छत्तीसगढ़ भी पीएमओ को फॉलो करते हैं। मोदी कांग्रेस नेता शशि थरूर, अजय माकन और रणदीप सुरजेवाला के भी फॉलोअर हैं।
पीएम प्रदेश के एक दर्जन लोगों को करते हैं फॉलो
पीएम मोदी के ट्विटर पर 26.2 मिलियन फॉलोअर हैं। जबकि वे 2123 लोगों को फॉलो करते हैं। मोदी ने 2014 के चुनाव से ट्विटर को खास वर्ग से आम आदमी की जुबान बना दिया है। सोशल मीडिया का सबसे ज्यादा प्रयोग 2014 में मोदी ने ही किया था। चंद लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें मोदी फॉलो करते हैं। इनमें शैलेंद्र शर्मा, पवन दुबे, राजपाल सिंह सिसौदिया, रजनीश अग्रवाल, सुमित्रा महाजन, अर्चना चिटनीस, फग्गन सिंह कुलस्ते, नरेंद्र सिंह तोमर, राकेश सिंह, शिवराज सिंह चौहान और आलोक संजर शामिल हैं।
ये नहीं हैं सोशल फ्रेंड
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ट्विटर पर कमल नाथ, दिग्विजय और सिंधिया को फॉलो नहीं करते। वहीं, कांग्रेस के ये तीनों दिग्गज नेता भी शिवराज को फॉलो नहीं करते।
14 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जोड़कर बनाई टीम
नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही कहा था कि वे राज्यों के साथ मिलकर देश का विकास करेंगे। यानी टीम मोदी बनाकर काम किया जाएगा। किसी से कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। मोदी 14 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अपने साथ जोड़कर ट्विटर पर फॉलो करते हैं। इनमें कर्नाटक, त्रिपुरा, उत्तरप्रदेश, मणिपुर, महाराष्ट्र, झारखंड, ओडिशा, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, हरियाणा, गुजरात, बिहार, दिल्ली और गोवा शामिल हैं।