भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग (transport department) का शाहपुर परिवहन चेकपोस्ट विवादों में है। बीजेपी के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के भतीजे गजेंद्र पाटिल ने इस चेक पोस्ट पर बाहरी लोगों के काम करने का आरोप लगाया है। वही चेक पोस्ट के प्रभारी ने गजेंद्र पर शासकीय कार्य में बाधा डालने की शिकायत कलेक्टर को की है जिसे कलेक्टर ने एसपी को भेज दिया है।
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पिछले कई महीनों से मध्यप्रदेश- महाराष्ट्र की सीमा पर बुरहानपुर में स्थित शाहपुर परिवहन चेकपोस्ट एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार विवाद की वजह बीजेपी के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के भतीजे गजेंद्र पाटील बने हैं जिनके ऊपर चेक पोस्ट प्रभारी कालीचरण अग्निहोत्री ने आरोप लगाया है कि वह 26 सितंबर को दोपहर 1:30 बजे अपने पांच साथियों के साथ चौकी पर पहुंचे और शासकीय राजस्व वसूली और टैक्स वसूली में बाधा उत्पन्न की। इसके साथ उन्होंने वहां उपद्रव भी किया। अग्निहोत्री ने यह भी बताया कि दिसंबर 2021 में भी गजेंद्र हंगामा कर चुके हैं। अग्निहोत्री ने इससे संबंधित पत्र कलेक्टर को भेजा है जिसे कलेक्टर ने एसपी को जांच के लिए दिया है।
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वही गजेंद्र पाटिल का कहना है कि शाहपुर चेक पोस्ट और लोनी बैरियर अवैध वसूली के केंद्र बन गए हैं और इसे लेकर हिंदू संगठन और भाजपा नेता लगातार शिकायत कर रहे हैं। हर वाहन से 500 से 2000 रू तक की वसूली की जाती है जिस से संबंधित कई वीडियो कई बार अपलोड भी किए गए लेकिन सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की। गजेंद्र पाटील का यह भी आरोप है कि चेक पोस्ट पर पहले बुरहानपुर के स्थानीय युवक कार्य करते थे लेकिन उसकी बजाय अब बाहर के लोगों को लाकर यहां तैनात कर दिया गया है। यह भी आरोप लगाया गया है कि यहां पर सरकारी व्यक्तियों की बजाय निजी व्यक्ति ड्यूटी दे रहे हैं और चेक पोस्ट प्रभारी कालीचरण अग्निहोत्री अक्सर चेकपोस्ट से गायब रहते हैं। गजेंद्र ने यह भी कहा कि यदि उनके द्वारा किसी तरह का कोई उपद्रव किया गया है तो चेक पोस्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा सकती है ,अपने आप पूरे मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।