भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी पहुंची केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने देश में चल रहे है ज्वलंत मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। उनसे जब मध्य प्रदेश समेत भाजपा की तीन राज्यों में हार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस हार के नतीजों को लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखना गलत है। उन्होंने कहा कि 2003 में हम इन राज्यों में जीते थे लेकिन फिर केंद्र में हार गए थे। इसलिए इन चुनाव के नतीजों को लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखना गलत होगा। जब उनसे बागियों के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंंने कहा कि इस बारे में बात करने के लिए यह सही फोरम नहीं है। मैं पार्टी की बैठक में इस बारे में अपनी बात जरूर रखूंगी। हमारी इस बात में दिलचस्पी नहीं है कि कांग्रेस की सरकार गिरेगी या नहीं। हम इस बात को सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारी जनता के साथ कुठारघात न हो।
केंद्रीय मंत्री भारती ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर बनी फिल्म द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर बैन के बारे में कहा कि, जब संजय बारू की किताब पर प्रतिबंध की मांग नहीं की तो अब कांग्रेस फ़िल्म पर प्रतिबंध की मांग क्यों कर रही। पार्टी के अंदर इस पर दोराय हैं। वहीं, उन्होंने भगवान हनुमान की जाति को लेकर चल रही बयानबाजी पर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भगवान और भक्त की कोई जाति नहीं होती है। इस तरह की बहस नहीं करना चाहिए। उन्होंने किसान कर्ज माफी पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कर्ज माफी तात्कालिक उपाय हो सकता है लेकिन देश में अब बहस होना चाहिए कि किसानों को कर्ज माफी की जरूरत ही नहीं पड़े।