भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया श्योपुर जिले के जलालपुरा झोपड़ी क्षेत्र में बाढ़ प्रभावितो से मिले, प्रभावितों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि चंबल एवं ग्वालियर संभाग के लोग सिंधिया परिवार का हिस्सा है। उन्होने कहा कि खुशी में हम साथ रहे न रहे, लेकिन संकट की घड़ी में सदैव आपके साथ खड़े है। उन्होने कहा कि प्राकृतिक आपदा से श्योपुर सहित ग्वालियर-चंबल संभाग सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बनें, लेकिन प्रदेश की सरकार तथा हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर कंधे से कंधा मिलाकर के साथ खड़े रहें। मुख्यमंत्री कई स्थानों पर दौरे कर बैठके ले रहे एवं राहत पहुंचा रहे है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर लगातार हालातों पर नजर रखे रहे तथा लगातार मुझसे चर्चा करते रहें। उन्होंने कहा कि कोई भी कठिनाई श्योपुर की जनता को न हो इस विचारधारा के साथ सभी लोग कार्य कर रहे है। केन्द्र एवं मप्र की सरकार की मंशा हमेशा से गरीबों की सेवा करना रहा है। अन्त्योदय की सेवा एवं संकट की घड़ी में आमजन के साथ खड़ा होना हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विचारधारा है। मौके पर ग्रामीणों की मांग पर केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने झोंपड़ी, गांव को राजस्व गांव बनाने की घोषणा की।
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केन्द्रीय मंत्री ज्योतिराध्य सिंधिया ने कहा कि माधो महाराज के समय श्योपुर के आवदा बाध सहित हरसी, तिघरा, ककैटो जैसे डैम बनाये गये। यह डैम आज भी अन्नदाताओं के लिए लाभदायक बने हुए है। उन्होंने कहा कि कोटा बैराज से छोड़े गये पानी के कारण आई इस प्राकृतिक आपदा में ईश्वर की कृपा रही कि उपर से बारिश नही हुई, जिसके कारण शासन, प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य में कोई परेशानी नही हुई। संभागभर में सरकार द्वारा हेलीकाप्टर लगाये तथा लगभग 3 हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया। हेलीकॉप्टरो के माध्यम से राहत सामग्री भी पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि हर साल बाढ़ में घिरने वाले सूंडी गांव को ग्रामीणों के साथ चर्चा कर समन्वय से विस्थापन की कार्रवाई की जायें। गांव वाले भी तैयार रहे ताकि हर साल संकट से बचा जा सकें।
उन्होने कहा कि राजस्व मंत्री यही पर मौजूद है, झोपड़ी के ग्रामीणों की मांग पर इस गांव को राजस्व ग्राम बनाने की कार्यवाही अतिशीघ्र की जायें। इसके अलावा उन्होने कहा कि जलालपुरा के लिए अलग से रास्ता बनाया जायें जिससे पार्वती नदी में पानी आने पर आवागमन बाधित न हो। उन्होंने कहा कि बाढ़ से हुई क्षति के आंकलन हेतु सर्वे शीघ्र शुरू किया जाये तथा चिन्हित लोगों की सूची हर पंचायत पर सार्वजनिक रूप से चस्पा की जायें। जिन ग्रामों में अभी भी राहत शिविर चल रहे है, वहां खानपान की व्यवस्थाएं स्थानीय प्रशासन द्वारा की जा रही है। इस दौरान उन्होने कहा कि क्षेत्रीय सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी श्योपुर के लोगों के लिए संदेश भेजा है कि सीएम सहित हम सब आपके साथ खड़े है तथा राहत पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे, पूरी सरकार आपके साथ खड़ी है। इस दौरान उन्होने सिंधिया परिवार की क्षेत्रवासियों के लिए चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वर्ष 1980 में पैर में फैक्चर होने के बाद भी बड़े महाराज कार में बैठकर ग्वालियर से राहत पहुंचाने के लिए आये थे। राजमाता सिंधिया और माधो महाराज के समय से ही ग्वालियर-चंबल संभाग के लोगों का स्नेह सदैव मिलता रहा है। इस अवसर पर राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि बाढ़ प्रभावित ग्रामों में राजस्व विभाग की पूरी टीम सतत् रूप से कार्य करते हुए सर्वे की कार्रवाई पूर्ण करें तथा प्रभावितों के खातो में राहत राशि डालना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि झोपड़ी गांव को राजस्व ग्राम बनाने के संबंध में मंत्री ज्योतिराध्य सिंधिया को दिये आवेदन अनुसार शीघ्र ही कार्रवाई करते हुए राजस्व ग्राम बनाया जायेगा।
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केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने बाढ़ प्रभावितों को ढाढ़स बंधाया
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जलालपुरा में आयोजित संवाद कार्यक्रम के उपरांत मंच से नीचे उतरकर बाढ़ प्रभावित महिलाओं एवं पुरूषो से चर्चा की तथा नुकसान के बारे में जानकारी लेते हुए उन्हें ढॉढस बंधाया तथा विश्वास दिलाया कि सरकार उनकी हरसंभव सहायता के लिए कृत संकल्पित है। इस दौरान उन्होने कार्यक्रम में उपस्थित जलालपुरा, झोपडी, अडवाड, सूंडी, पानडी आदि प्रभावित ग्रामों के लोगों से आत्मीय चर्चा की तथा स्थिति का जायजा लिया।
कलेक्टर ने राहत कार्याे की जानकारी दी
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं प्रदेश के अन्य मंत्रियों के श्योपुर आगमन के अवसर पर कलेक्टर शिवम वर्मा द्वारा पार्वती एवं चंबल नदी में आई बाढ़ के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए राहत कार्याे से अवगत कराया। उन्होने बताया कि चंबल एवं पार्वती नदी किनारे बसे बाढ़ प्रभावित ग्रामों में पेयजल, विधुत की व्यवस्थाएं बहाल कर दी गई है। साफ-सफाई का कार्य कराया जा रहा है, सड़क मार्गाे की मरम्मत के बाद कुंहाजापुर, पाली सवाई माधोपुर मार्ग को चालू करा दिया गया है। खातौली पुल पर पानी कम होने के बाद से ही एनएचआई के द्वारा सडक की सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया था, आज इस पुल से भी आवागमन सुचारू कर दिया गया है उन्होने बताया कि बाढ़ प्रभावित ग्रामों में नुकसान के आंकलन हेतु हल्का पटवारी सहित अन्य पटवारियों को सहायक के रूप में तथा संबंधित आरएईओ, पंचायत सचिव, जीआरएस को शामिल करते हुए 32 दल गठित किये गये है तथा तीन दिन में क्षति का आंकलन हेतु निर्देशित किया गया है। सर्वे का कार्य गांव में शुरू करा दिया गया है। आवश्यकतानुसार राहत कैम्प चलाये जा रहे है, जिनमें भोजन, पानी आदि की व्यवस्थाएं की जा रही है। प्रभावित ग्रामों में राशन किट का वितरण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग एवं पशु चिकित्सा विभाग द्वारा कैम्प लगाये जा रहे है एवं मलेरिया रोधी दवाओं का छिडकाव किया जा रहा है।