बिजली गुल होते ही CM शिवराज ने आखिर ऐसा क्या कहा- कि ठहाके मारकर हँसे अधिकारी

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट।  सिविल सर्विस डे के मौके पर प्रशासन अकादमी के प्रोग्राम में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उस वक़्त अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ गया जब उन्होंने इस कार्यक्रम में अपना भाषण शुरु ही किया था कि अचानक बिजली गुल हो गई, मुख्यमंत्री के संबोधन में बिजली बंद होने से कार्यक्रम में मौजूद आयोजक अधिकारियों में हड़कंप मच गया, प्रशासन अकादमी में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान के भाषण के दौरान आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, एसएएस, एसपीएस, एसएफएस अफ़सर मौजूद थे, हालांकि अपने चिरपरिचित हास्य अंदाज के लिए जाने जाने वाले मुख्यमंत्री शिवराज के एक वाक्य ने गुल बिजली में भी मौजूद अधिकारियों को जोरदार ठहाका लगाने के लिए मजबूर कर दिया।

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दरअसल कार्यक्रम में जैसे ही बिली गुल हुई यह देख मुख्यमंत्री मुस्कुराते हुए बोले- कोयले का संकट है। ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव का नाम लेकर पूछा- संजय दुबे हैं क्या ? CM के इस अंदाज पर प्रोग्राम में मौजूद अधिकारी हंसी नहीं रोक पाए। बाद में सीएम ने कहा कि दुबे कल ही कह रहे थे कि कोयले की रैक दिलवा दें। इस पर भी अधिकारियों के ठहाके सभागार में गूंज उठे, बिजली बंद होने के बावजूद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपना भाषण जारी रखा, उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद अफसरों से पूछा कि क्या आप सुन पा रहे हैं ? अफसरों ने हां में सिर हिलाया तो सीएम ने कहा कि हां में हां नहीं मिलाते रहना है। जब लाइट ही नहीं है तो कहां से सुन पा रहे होंगे। करीबन 5 मिनट तक बिजली गुल रही और सीएम का संबोधन चलता रहा। मुख्यमंत्री ने अफसरों से कहा कि वे अपने काम का मूल्यांकन करें और बेहतर रिजल्ट देने की कोशिश करें। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों की जिंदगी बदलने का सौभाग्य जन सेवकों और लोक सेवकों को प्राप्त है। वह अक्सर यह गाना गाते हैं कि अपने लिए जिए तो क्या जिए तू जी ऐ दिल जमाने के लिए।


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Harpreet Kaur