पैतृक निवास पर पुष्पांजलि अर्पित कर बोले भाजपा नेता, अटल जी के काम को आगे बढ़ा रहे मोदी

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। भाजपा के प्रेरणास्रोत, ग्वालियर के सपूत, भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की पुण्य तिथि पर भाजपा नेताओं (bjp leaders) ने उनके गृह नगर ग्वालियर (gwalior) में पैतृक निवास पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर वरिष्ठ नेताओं ने अटल जी (Atal ji) के साथ बिताये पलों को याद किया और अल्पमत की, 13 दलों वाली सरकार चलाने की कुशलता को याद किया। भाजपा नेताओं ने कहा कि भारत को श्रेष्ठ भारत बनाने के अटल जी के काम को प्रधानमंत्री मोदी आगे बढ़ा रहे है।

ग्वालियर की गलियों में खेलकर बड़े हुए और यहीं के स्कूल कॉलेज में शिक्षा प्राप्त करने वाले ग्वालियर के सपूत को  आज शहर के लोग याद कर रहे हैं। शिंदे की छावनी अलीजा बाग़ की तंग गलियों में स्थित अटल जी के पैतृक निवास “कृष्ण कृपा” पर एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।  श्रद्धांजलि सभा में सांसद विवेक नारायण शेजवलकर MP Vivek narayan Shejwalkar) , पूर्व मंत्री माया सिंह, पूर्व मंत्री ध्यानेन्द्र सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी सहित भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए।

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सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने इस अवसर पर कहा कि श्रद्धेय अटल जी हमारे प्रेरणा स्रोत हैं वे ग्वालियर के सपूत हैं , भारत रत्न हैं।  उनके आदर्श और उनके काम हमेशा आम इंसान और भाजपा को प्रेरणा देते रहेंगे।  सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि अटल जी ने अल्पमत वाली 13 दलों की सरकार चलकर एक अलग उदाहरण प्रस्तुत किया था  उन्होने कहा कि भारत को श्रेष्ट भारत बनाने के काम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और अब सबका प्रयास क साथ आगे ले जा रहे हैं।

पैतृक निवास पर पुष्पांजलि अर्पित कर बोले भाजपा नेता, अटल जी के काम को आगे बढ़ा रहे मोदी पैतृक निवास पर पुष्पांजलि अर्पित कर बोले भाजपा नेता, अटल जी के काम को आगे बढ़ा रहे मोदी

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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