PWD के ENC के खिलाफ शिकायत, मंत्री ने भी लिया संज्ञान

Gaurav Sharma
Published on -

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। नियमों को ताक पर रखकर पद पर बिठाए गए लोक निर्माण विभाग PWD के ENC के खिलाफ शिकायत अब विभागीय मंत्री के पास भी पहुंच गई है। ENC पर आरोप है कि उन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए अपनी पत्नी और बेटे के नाम से रजिस्टर्ड एक फर्म को लाभ पहुंचाया।

यह भी पढ़ें…कर्मचारियों को जल्द मिलेगी बड़ी सौगात! 50 से 95 हजार तक बढ़ेगी सैलरी, जानें कैसे?

कांग्रेस की सरकार में प्रभावशाली मंत्री के स्टाफ में कार्यरत रहे विभाग के एक अधिकारी की मेहरबानी के चलते नियमों को ताक पर रखकर लोक निर्माण विभाग के प्रभारी प्रमुख अभियंता बनाए गए नरेंद्र कुमार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही। भोपाल के इंजीनियर अमित कुमार साहू ने मुख्यमंत्री कार्यालय में जनवरी महीने में शिकायत की थी कि पीडब्ल्यूडी के प्रभारी ENC नरेंद्र वर्मा के पुत्र राकेश वर्मा और उनकी पत्नी गीता वर्मा के नाम से पीडब्ल्यूडी में हाईटेक सिविल टेस्ट लैब प्राइवेट लिमिटेड रजिस्टर्ड है जो ठेकेदारों को काम दिलवाने से लेकर डीपीआर कंसल्टेंट, ब्रिज कांटेक्ट में डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रूप से कार्य करने का काम करती है। शिकायत में यह भी कहा गया था कि जब वे PWD,PIU, MPRDC में रहे, तब भी इस कंपनी के जरिए काफी काम कराया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस पत्र पर तत्काल संज्ञान लेते हुए PWD के अपर मुख्य सचिव को पत्र पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। अब यह मामला विभागीय मंत्री गोपाल भार्गव के पास भी पहुंचा है। खास बातचीत करते हुए भार्गव ने कहा कि उन्हें mpbreakingnews के माध्यम से इस शिकायत की जानकारी मिली है और वह इसकी विस्तृत जांच कराएंगे। गोपाल भार्गव ने यह भी कहा कि उनके मंत्रीत्वकाल में किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News