दमोह।दिनेश अग्रवाल ।
जिले के बस ऑपरेटर संघ द्वारा बस यूनियन के बैनर तले टोल टैक्स पर लगने वाले टैक्स का विरोध किए जाने का सिलसिला लगातार जारी है. शनिवार से लेकर मंगलवार तक बस यूनियन द्वारा दिए जा रहे जबलपुर मार्ग स्थित टोल नाके पर धरना कार्यक्रम को आज भाजपा का समर्थन भी मिल गया. हालांकि शनिवार को भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर बस यूनियन को मंगलवार से समर्थन देने की बात कही थी. जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष के साथ पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर बस यूनियन को टोल नाका पर लगने वाले टैक्स का विरोध करते हुए समर्थन दिया.
मालूम हो कि बस यूनियन द्वारा दमोह जबलपुर मार्ग के खस्ताहाल में पहुंच जाने के कारण टोल वसूलने वाली कंपनी से इस सड़क मार्ग के सुधार की मांग लंबे समय से की जा रही है. लेकिन टोल वसूलने वाली कंपनी इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रही. पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा भी इसका विरोध किया गया था. वहीं वर्तमान की कांग्रेस सरकार के आने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी इसी मुद्दे पर इस टोल का विरोध किया था. लेकिन कोई समाधान नहीं होने के कारण बस यूनियन ने स्वयं ही धरना देना शुरू किया. जिसको जहां पहले कांग्रेस ने समर्थन दिया, तो वहीं अब भाजपा भी बस यूनियन के समर्थन में धरना देने पहुंच गई है।
बस यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि दमोह जबलपुर मार्ग के खस्ताहाल में पहुंचने का एकमात्र कारण टोल वसूलने वाली कंपनी द्वारा मनमाना रवैया है, क्योंकि कंपनी के द्वारा बीते कई वर्षों से मार्ग की सुधार का काम मुस्तैदी के साथ नहीं किया. जिस कारण से यह मार्ग गड्ढों से भर गया है. ऐसे में जो टोल वसूला जाता है, वह अनावश्यक है. यदि कंपनी टोल वसूला चाहती है तो उसे यह मार्ग दुरुस्त करना ही होगा. यही कारण है कि वह लोग धरना देकर टोल टैक्स वसूले जाने का विरोध कर रहे हैं. साथ ही शनिवार से लेकर आज दिनांक तक उन्होंने यहां से निकलने वाले किसी भी वाहन से टोल नहीं वसूलने दिया।
वही टोल कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि टोल बंद होने के कारण शासन को ही राजस्व की हानि हो रही है. प्रतिदिन ही इस टोल से लाखों रुपए का राजस्व सरकार को मिलता था. लेकिन बीते कुछ दिनों से वह बंद है, क्योंकि टोल पर टैक्स वसूली नहीं हो रही. जिस कारण से कंपनी शासन को टैक्स देने में असमर्थ है.