DAMOH NEWS : मध्य प्रदेश की जेलो में लंबे समय से अवैध क्रियाकलाप सुर्खियो में है लेकिन इस बार जो खबर है वो सिस्टम को हिला कर रख देगी क्योंकि इस बार खुलासा करने वाला जेल प्रहरी है और उसने ये खुलासा सिर्फ कैमरे के सामने नही किया बल्कि बाकायदा कोर्ट के सामने बयान किया है और इस सब के पीछे हाँथ एक जिम्मेदार विधायक का बताया है। हालांकि खुद विधायक और जेल प्रबंधन ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए जेल प्रहरी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है।
यह है मामला
यूं तो एमपी की जेलों में कई बार ऐसा हुआ जो नियमो के खिलाफ है जो सिस्टम को कटघरे में खड़ा करता आया है, सरकार ने कार्यवाहियां भी की लेकिन सुधार नही हुआ। अब जेल में चरस गांजा अफीम शराब ही सप्लाई नही हो रही बल्कि बंदियों को महिलाएं भी सप्लाई की जाती हैं और जेल वेश्यावृत्ति का अड्डा बन गया है। साथी जेल के कर्मचारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं ये सब सूबे के दमोह जिला जेल में हो रहा है। यह आरोप दमोह जेल के एक प्रहरी ने बाकायदा दमोह कोर्ट के एक न्यायाधीश के सामने लगाए है और शपथ पत्र देकर जेल की हकीकत बयान की है।
चर्चित मामला
इस पूरे मामले में देश भर में चर्चित दमोह के पथरिया से बीएसपी की दबंग विधायक रामबाई सिंह आरोपो के घेरे में हैं और जेल में उनके देवर और भतीजे पर ये सब करने का आरोप लगा है। दरअसल जिला जेल में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या के मामले में बसपा विधायक रामबाई सिंह के देवर और भतीजा बन्द है। इसी जेल के एक प्रहरी राजकुमार शाक्य ने कोर्ट में आवेदन देकर आपबीती बताई है कि उसे सिर्फ विधायक के देवर कौशलेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ चंदू सिंह के जेल में चल रहे अनैतिक कार्यो का विरोध करने की वजह से जेल अधिकरियो और कर्मचारियों के द्वारा परेशान किया जा रहा है और अब वो इतना तंग आ चुका है कि आत्महत्या करने मजबूर हो रहा है। जेल प्रहरी राजकुमार शाक्य के मुताबिक चंदू सिंह अवेध वसूली के साथ जेल में मादक पदार्थो का धंधा कर रहा है, जेल में लडकिया और महिलाएं लाई जाती है और वेश्यावृत्ति होती है, जो भी जेल कर्मचारी इसका विरोध करता है चंदू सिंह अपनी विधायक भाभी से बोल कर उसका तबादला करा देता है।
विधायक सुर्खियों में
ये पहला मौका नही है जब दमोह जेल और विधायक रामबाई के रिश्तेदार सुर्खियों में आये है बल्कि पहले भी खबरें आती रही हैं लेकिन हर बार मामला शांत हो जाता था लेकिन इस बार जब इसी जेल के प्रहरी ने आवाज उठाई तो सिस्टम पर सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं मामला गंभीर इस लिए भी हो जाता है कि इस बार बात सिर्फ मीडिया के सामने नही है बल्कि मामला कोर्ट में पहुंचा है। बसपा विधायक रामबाई पर इन सब का सीधा सीधा आरोप है और इस बात को लेकर रामबाई भी मीडिया के सामने आई हैं और कह रही हैं कि चुनाव नजदीक है उनकी छवि खराब करने षड्यंत्र किये जा रहे हैं और ये आरोप और शिकायत इसी का हिस्सा है। रामबाई ने कहा है कि जिस प्रहरी ने ये शिकायत की है वो एक दिन पहले उनसे मिला था और खुद का ट्रांसफर भोपाल सेंट्रल जेल से दमोह वापस कराने का बोल रहा था, उनके मना करने पर उसने ये कदम उठाया है ताकि वो बदनाम हो सकें। रामबाई इस सब के पीछे विरोधियों नेताओ को भी निशाना बना रही हैं।
अधिकारी आरोपो को बेबुनियाद बता रहे
एक जेल प्रहरी के कोर्ट की शरण लेने के बाद जिला जेल में हड़कंप मचा हुआ है तो जेल के जिम्मेदार अफसर अपने बचाव में मेहनत कर रहे हैं। आरोप संगीन हैं लेकिन जेल उप अधीक्षक इन सब बातों को बेबुनियाद करार दे रहे हैं। जेल उप अधीक्षक सी एल प्रजापति के मुताबिक शिकायत करने वाले राजकुमार शाक्य खुद का अटैचमेंट सेंट्रल जेल भोपाल हो जाने की वजह से नाराज है और ये आरोप लगा रहा है। प्रजापति बताते हैं कि जेल प्रहरी पर दो आपराधिक मामले दर्ज है वही दमोह जेल में रहते हुए उंस पर अवैध कार्य करने के आरोप लगे जिस वजह से उसे भोपाल अटैच किया गया है।