सेवढ़ा: मां की सांसों के लिए बेटे ने सोशल मीडिया पर लगाई गुहार, टीआई ने भिजवाया ऑक्सीजन सिलेंडर

Published on -

सेवढ़ा, राहुल ठाकुर। ‘मेरी माता जी की तबियत बहुत सीरियस है इन्हें ऑक्सीजन की अति आवश्यकता है कहीं से भी ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं हो पा रही है अगर समय पर व्यवस्था नहीं होती है तो कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है कृपया प्रशासन इस ओर ध्यान दे’ यह बातें सेवढ़ा (Sevda) में एक बेटे ने अपनी बुजुर्ग मां की सांसों के लिए सोशल मीडिया (social media) एक वीडियो जारी कर गुहार लगाते हुए कही, जिसके बाद जैसे ही इसकी जानकारी सेवढ़ा टीआई को लगी तो उन्होंने बिना किसी देरी के बुजुर्ग महिला के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) भिजवाया और पुलिस की मानवता की मिसाल दी।

यह भी पढ़ें…बैतूल में सेवा भाव की मिसाल बना ओम आयुर्वेद हॉस्पिटल, फ्री में कर रहा मरीजों का इलाज

गौरतलब है कि दतिया (Datia) जिले के इंदरगढ़ (Indergarh) निवासी दिनेश अग्रवाल ने अपनी 75 वर्षीय कोरोना संक्रमित मां रती देवी के लिए वीडियो जारी किया गया था, जिसमे बताया गया था कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, तो ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे उसकी सांसे चल रही थी वही सिलेंडर की ऑक्सीजन भी धीरे-धीरे खत्म होती जा रही थी और कही से भी ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं होने पर बेटे दिनेश अग्रवाल का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था, जिसके बाद दिनेश में सोशल मीडिया लिया और एक वीडियो बनाकर स्थानीय मीडिया कर्मियों की मदद से व्हाट्सएप ग्रुप पर ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मदद मांगी जिसके बाद कुछ ही मिनटों में यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया और इस बीच यह वीडियो सेवढ़ा टीआई (Sevda TI) राजू रजक पहुंचा तो उन्होंने गैस बिल्डरों की दुकानों पर सिलेंडर खोजने के लिए पुलिस आरक्षक सिपेन्द्र गुर्जर व शैलेन्द्र सिंह को तुरंत पहुंचाया, वही किस्मत से एक सिलेंडर दुकानदार कसीम खान के यहां मौके पर मिल गया, जिसे लेकर टीआई 35 मिनट के अंदर अपने वाहन से इंदरगढ़ पहुंच गए, जब यह सिलेंडर लेकर आरक्षक पीड़ित परिजन दिनेश अग्रवाल के घर पहुंचे और दरवाजे की कुंडी बजाई वही तो आरक्षकों के हाथों में सिलेंडर देख दिनेश की आंखों में आंसू आ गए और टी आई को धन्यवाद करते हुए कहा कि ईश्वर आज भी जिंदा है, अगर सारे रास्ते बंद हो जाये तो ईश्वर पर सब कुछ छोड़ दो, तो अवश्य ही ईश्वर किसी न किसी रूप में आकर मदद करते हैं, आज मेरे घर टीआई राजू रजक और आरक्षक दो देव दूत बनकर आये थे जिन्होंने मुझे मदद भेजी है, जिसका मैं हमेशा ऋणी रहूंगा।


About Author

Harpreet Kaur

Other Latest News