टूट गया एक और मिथक : सीएम मोहन यादव ने किया 47 साल बाद बागली में रोड शो, ज्ञानेश्वर पाटिल के लिए मांगा जन समर्थन

सन 1977 के बाद 2024 में गुरुवार को प्रदेश के मुखिया डाक्टर मोहन यादव का ठीक 47 वर्षो के बाद सार्वजनिक कार्यक्रम बागली में हुआ है।यादव ने आज खंडवा लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल के समर्थन में रोड़ शो किया।

Amit Sengar
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Dewas News : देवास जिले की बागली विधानसभा को वर्षों से भाजपा का अभेद गढ़ माना जाता रहा है, इंदिरा लहर में भी बागली विस में जनसंघ और फिर भाजपा का दबदबा बना रहा है। सियासत में राजनीति के संत कहे जाने वाले पूर्व सीएम स्व. कैलाश जोशी की राजनीतिक कर्मभूमि बागली सियासी रूप से भले बड़ा नाम रही, परंतु 47 वर्षो में आज बागली मुख्यालय में पहली बार किसी भाजपाई मुख्यमंत्री का रोड़ शो या कोई सार्वजनिक कार्यक्रम हुआ है। सीएम यादव (CM Mohan Yadav) ने आज बागली में रोड शो कर पुराना मिथक तोड़ा है।

यह था मिथक

बागली के मुख्य मार्ग को लेकर एक मिथक बना हुआ है, जो सीएम इस मार्ग से गुजरता है उसकी कुर्सी चली जाती है।इसलिए वर्षो से बागली में किसी मुख्यमंत्री का काफिला नहीं गुजरा है। हालांकि स्व.सुंदरलाल पटवा मुख्यमंत्री रहते एक बार निजी विवाह समारोह में तो सीएम शिवराज सिंह चौहान बागली राजपरिवार में निजी प्रवास पर जरूर आ कर चले गए,परंतु सार्वजनिक कार्यक्रम नही बन सके। कांग्रेसी मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा,अर्जुन सिंह और दिग्विजय सिंह सीएम रहते जरूर आए परंतु रोड़ शो नही हुआ।सन 1977 में मुख्यमंत्री बनने के बाद स्व.कैलाश जोशी पहले नेता रहे जिन्होंने खुली जीप में रोड शो का कार्यक्रम किया था। सन 1977 के बाद 2024 में गुरुवार को प्रदेश के मुखिया डाक्टर मोहन यादव का ठीक 47 वर्षो के बाद सार्वजनिक कार्यक्रम बागली में हुआ है।यादव ने आज खंडवा लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल के समर्थन में रोड़ शो किया।

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”