गणेशोत्सव के लिए इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा बनाने में जुटे दुबे दंपत्ति, बीते 3 साल से बना रहे प्रतिमा

देवास, अमिताभ शुक्ला

शनिवार से गणेश उत्सव शूरु हो रहा है। मान्यताओं के अनुसार लोग भगवान गणेश की प्रतिमा को अपने घरों में स्थापित करते है, वहीं दस दिनों के बाद प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। लेकिन पीओपी से बनी मूर्तियों पर्यावरण के लिए हानिकारक होता है, जिसको देखते हुए जिले के दुबे दंपत्ति पिछले 3 सालों से भगवान गणेश की इको फ्रेंडली प्रतिमाएं बनाने का बीड़ा उठा रहे है। जिसके तहत वह प्रतिमा निशुल्क वितरित करते तो हैं ही , साथ ही इसे बनाने का तरीका भी सरल सहज बताते हैं ।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।