पुरानी नसेनी पर लाइन मेन को काम करते देख भड़के ऊर्जा मंत्री, भरे पानी में किया निरीक्षण

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। बारिश और बाढ़ का कहर थम जाने के बाद अब इससे हुए नुकसान का आकलन करने और पीड़ितों के पुनर्वास की व्यवस्था करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री इस समय दौरे पर हैं।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को दौरा किया और वे आज फिर ग्वालियर चम्बल संभाग के दौरे पर हैं।  उधर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी अपने विभाग नुकसान का जायजा लेने चंबल क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।

ग्वालियर चम्बल संभाग में आई बाढ़ और बारिश ने ऊर्जा विभाग को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है। करीब 30 विद्युत सब स्टेशन ख़राब हो गए हैं, कई सब स्टेशनों में पानी भर गया है। बिजली के खम्बे उखड़कर बह गए हैं, बिजली की लाइनें टूट गई है कई करोड़ का नुकसान विद्युत विभाग को हुआ है। सबसे ज्यादा शिवपुरी, श्योपुर, दतिया ओर भिंड प्रभावित हुए हैं।

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नुकसान के आकलन और सब स्टेशनों को देखने के लिए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर गुरुवार को चम्बल क्षेत्र के दौरे पर निकले। श्योपुर जाते समय मुरैना जिले के न्यू कोर्ट जौरा में ऊर्जा मंत्री को एक लाइन मेन नसेनी पर चढ़कर काम करता दिखाई दिया। मंत्री ने जब नसेनी को पास जाकर देखा तो वो उन्हें पुरानी दिखाई दी जिसे देखकर वे भड़क गए। उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि कि मेरे लिए मेरा स्टाफ बहुत महत्वपूर्ण है इसे कुछ नहीं होना चाहिए।  ऊर्जा मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।  उन्होंने नई मजबूत नसेनी सहित अन्य इंतजाम करने के निर्देश दिए।

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ऊर्जा मंत्री मुरैना जिले के सबलगढ़ में स्थित सैमई 33/11 के व्ही उप केंद्र पर पहुंचे तो वहां पानी भरा था।  ऊर्जा मंत्री  पानी में चलकर उप केंद्र पर व्यवस्था देखी और विद्युत कर्मियों से बातचीत की और मेंटेनेस और मैटिंग बिछाने के निर्देश दिए।

पुरानी नसेनी पर लाइन मेन को काम करते देख भड़के ऊर्जा मंत्री, भरे पानी में किया निरीक्षण

 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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