ग्वालियर, अतुल सक्सेना। डेढ़ महीने के लॉकडाउन यानि कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) के बाद आज मंगलवार को शहर की मार्केट को खोला गया। लेफ्ट और राइट दुकानों को तीन तीन दिन खोले जाने के फार्मूले के आधार पर मार्केट खोले गए। कहीं कहीं दुकानदारों (Shopkeepers) में असमंजस की स्थिति भी देखी गई। दुकानदारों ने दुकानों के शटर खोले और लेकिन सुबह से शाम तक ग्राहकों का इन्तजार करते रहे। उधर जिला प्रशासन के अधिकारी कोरोना गाइड लाइन का पालन कराने के लिए राउंड लेते रहे।
47 दिन के लम्बे बंद के बाद आज मंगलवार (Tuesday) को मार्केट को खोला गया। कड़े नियम शर्तों के साथ खोले गए मार्केट (Market) में व्यापारियों को भी बहुत सी हिदायतें दी गई थी। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (DM Kaushalendra Vikram Singh) ने प्रशासन के अधिकारियों को इस बात की जिम्मेदारी दी थी कि वे मार्केट का राउंड लें और देखें कि कोरोना गाइड लाइन (Corona Guide Line) का पालन हो रहा है कि नहीं।
कलेक्टर के निर्देश पर नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा (Commissioner Municipal Corporation Gwalior Shivam Varma) अपनी टीम के साथ मुरार और लश्कर के मार्केट के राउंड पर रहे उन्होंने मुरार और लश्कर क्षेत्रों के मार्केट का निरीक्षण किया और दुकानदारों से बात कर उन्हें कोरोना गाइड लाइन का पालन करने की समझाइश भी दी।
47 दिन के कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) के बाद दुकान खुलने के पहले दिन मार्केट में लोग निकले तो लेकिन बहुत कम। एक तो पहला दिन, दुसरा नौतपे की धूप तीसरा एक दिन पहले अख़बारों में मंगलवार और रविवार को मार्केट बंद रहने की ख़बरें प्रकाशित होने के कारण कम लोग ही घर से निकले। हालाँकि कुछ मार्केट में अच्छी भीड़ भी देखी गई लेकिन कुछ ही समय के लिए।
नजरबाग मार्केट महाराज बाड़ा पर स्थित रेडीमेड कपड़ों की शॉप अग्रवाल कलेक्शन के संचालक मुकेश अग्रवाल ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से कहा कि आज पहले दिन ग्राहकी ना के बराबर ही हुई। लोग असमंजस में रहे इसलिए घर से नहीं निकले। मुकेश अग्रवाल ने कहा कि सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक मार्केट खुलने का समय जून की तेज गर्मी को देखते हुए ठीक नहीं है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि भले ही सुबह का समय कम कर दिया जाये लेकिन शाम का समय बढ़ा दिया जाये जिससे थोड़ी ठंडक होने पर ग्राहक घर से निकल सकेगा।
उधर नगर निगम आयुक्त शिवम् वर्मा ने बताया कि उन्होंने बाजारों का निरीक्षण किया। उन्हें अच्छा लगा कि लोग मास्क लगा रहे हैं कोरोना नियमों का पालन करते दिखे जो एक अच्छी बात है।