ग्वालियर, अतुल सक्सेना। कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के चलते प्रदेश के साथ साथ ग्वालियर (Gwalior) में भी कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) प्रभावी है। जिला प्रशासन ने लोगों से व्यवसाय बंद रखने की अपील की है लेकिन ज्यादा मुनाफे के लिए कुछ व्यापारी नियमों का उल्लंघन कर चोरी छिपे व्यापार कर रहे हैं। पुलिस ने एक ऐसे ही गुटखा फैक्ट्री (Gutkha Factory) पर छापामार कार्रवाई की है। पुलिस को यहाँ भारी मात्रा में राजश्री गुटखा बोरियों में भरा मिला हैं। जिसकी कीमत लाखों में आंकी जा रही है। फैक्ट्री में मशीनें और अन्य सामान भी मिला है। पुलिस ने मशीनों और गुटखे को जब्त कर खाद्य विभाग को कार्रवाई के लिए सूचना दी है। लेकिन मकान मालिक और फैक्ट्री संचालक के बारे में अब तक पता नहीं चल सका है। संभावना है कि कोरोना काल में इसकी कालाबाजारी (Black marketing) की जाने की तैयारी थी या फिर यहाँ नकली गुटखा (Fake Gutkha) तैयार किया जाता है।
ग्वालियर क्राइम ब्रांच को मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी कि चार शहर का नाका इंदिरा नगर स्थित एक मकान में अवैध रूप से गुटखा (Gutkha) बनाने का काम किया जा रहा है। क्राइम ब्रांच ने हजीरा थाना पुलिस को साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताए गए घर पर दबिश दी। पुलिस जब दरवाजा खोलकर अंदर घुसी तो पुलिस की आंखें फटी की फटी रह गई। यहां भारी मात्रा में राजश्री ब्रांड (Rajshree Brand) का गुटखा भरा हुआ था। जिसकी कीमत लाखों में आंकी गई है। इस कमरे में दो से तीन मशीनें लगी हुई मिली है।
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जब पुलिस ने मकान मालिक और फैक्ट्री संचालक के बारे में पता किया तो पता चला कि मकान मालिक ने मकान किसी को किराए पर दिया हुआ है। लेकिन मकान मालिक और फैक्ट्री संचालक कौन है इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस ने फैक्ट्री में मिले गुटखे की कुछ बोरियों को थाने भिजवा दिया और कुछ को वहीँ छोड़कर माकन को सील कर दिया और खाद्य विभाग को कार्रवाई के लिए सूचना दी।
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शुरूआती जाँच में पुलिस का मानना है कि कोरोना काल में लॉकडाउन जैसी स्थिति में गुटखा को भारी मात्रा में जमा कर कालाबाजारी की जा रही होगी या फिर संभावना है कि गुटखे के साथ मशीन भी मिली है तो हो सकता है कि गुटखा नामी-गिरामी होने के कारण इसे नकली बनाया जा रहा हो। पता ये भी चला है कि जिस जगह गुटखा रखा मिला है वो पुरानी चॉकलेट फैक्ट्री है। फिलहाल पुलिस ने खाद्य विभाग के द्वारा इसकी स्पेलिंग कराकर जांच के लिए भेजा है। जाँच पता चल सकेगा कि राजश्री ब्रांड का बरामद गुटखा नकली है या इसे किसी ने कोरोना काल में कालाबाजारी के लिए स्टोर करके रखा था। क्योंकि संकट काल में गुटखे के पाउच की कीमत दो सी तीन गुना तक बढ़ जाती है और शौक़ीन कितनी भी कीमत पर इसे आसानी से खरीद लेते हैं।