करीब 15 दिन पहले मध्य प्रदेश से गायब हुई अर्चना तिवारी का सुराग अभी तक नहीं मिला है लेकिन पुलिस के पास एक अहम् जानकारी आई जिसने इस मामले को नया मोड़ दे दिया है, अर्चना का कनेक्शन ग्वालियर में पदस्थ एक पुलिस आरक्षक से निकला है दोनों संपर्क में थे, कहा जा रहा है कि आरक्षक ने अर्चना का इंदौर से ग्वालियर ट्रेन का टिकट भी कराया है, पुलिस ने आरक्षक राम तोमर को हिरासत में ले लिया है, फिलहाल अर्चना कहां है पुलिस ये बताने से बच रही है।
इंदौर से कटनी जाते समय करीब 15 दिन पहले भोपाल से लापता हुई अर्चना तिवारी के मामले में ग्वालियर के भंवरपुरा थाने में पदस्थ आरक्षक राम सिंह तोमर का नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि अर्चना के ट्रेन से लापता होने से पहले से ही आरक्षक से लगातार संपर्क था। यही नहीं आरक्षक राम तोमर ने ही अर्चना का इंदौर से ग्वालियर का ट्रेन टिकट भी कराया था। इस मामले में ग्वालियर पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है।
अर्चना के ग्वालियर और आसपास होने की खबर
कनेक्शन सामने आते ही जी आरपी ने आरक्षक राम तोमर को हिरासत में ले लिया है, जीआरपी टीम ने देर रात तक पूछताछ की। अभी झाँसी रोड थाने में आरक्षक राम तोमर से पूछताछ जारी है, सूचना ये भी है कि अर्चना ग्वालियर में या इसके आसपास के जिले में ही है हालाँकि अभी इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है, उधर अर्चना के परिजनों के भी ग्वालियर में पहुँचने की सूचना है।
अर्चना की कॉल डिटेल से हुआ खुलासा
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक ग्वालियर जिले के भंवरपुरा थाने में पदस्थ आरक्षक राम तोमर, अर्चना तिवारी से फोन पर लगातार संपर्क बना हुआ था। अर्चना के लापता होने के बाद जब उसकी कॉल डिटेल खंगाली गई तो यह राज खुलकर सामने आया। कॉल डिटेल रिपोर्ट में सामने आया कि आरक्षक राम तोमर और अर्चना के बीच लंबी बातचीत हुई थी। इसी आधार पर जीआरपी ग्वालियर ने कार्रवाई करते हुए राम तोमर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
आरक्षक हिरासत में, GRP कर रही पूछताछ
एडिशनल एसपी कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि आरक्षक से पूछताछ की जा रही है उन्होंने अर्चना रक्षाबंधन पर इंदौर से कटनी जा रही थी लेकिन भोपाल एक पास उनका फोन अचानक बंद हो गया, तभी से उसकी तलाश जारी है लेकिन इस बीच मालूम चला है कि ग्वालियर पुलिस का आरक्षक राम तोमर उसके संपर्क में था उसे जीआरपी ने हिरासत में लिया है उससे पूछताछ की जा रही है।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट





