ग्वालियर । शहर के एक शासकीय स्कूल और एक आंगनबाड़ी को एयरकंडीशन बनाया जायेगा। एयरकंडीशन बनाने के साथ ही स्कूल और आंगनबाड़ी को मॉडल के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके लिए कलेक्टर अनुराग चौधरी के साथ ही जिले के सभी जिला अधिकारी अपना एक-एक दिन का वेतन भी देंगे। उक्त राशि से स्कूल और कॉलेज में AC लगाए जायेंगे। ये निर्णय कलेक्टर अनुराग चौधरी की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में लिया गया।
अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में शहर के पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण पर भी विस्तार से चर्चा कर निर्णय लिए गए। बैठक में सीईओ जिला पंचायत शिवम वर्मा, अपर कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, एडीएम संदीप केरकेट्टा, एसडीएम डबरा श्रीमती जयति सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर अनुराग चौधरी ने बैठक में कहा कि ग्वालियर शहर में प्रथम चरण में एक शासकीय स्कूल और एक आंगनबाड़ी केन्द्र को मॉडल के रूप में विकसित किया जाए। इन केन्द्रों पर अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए व
एसी लगाए जाएं। इसके साथ ही बच्चों को बेहतर शिक्षा का माहौल मिले, इसके लिए स्कूल और आंगनबाड़ी परिसर को मॉडल के रूप में विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए कलेक्टर सहित सभी जिला अधिकारी स्वेच्छा से अपना एक-एक दिन का वेतन दें, ताकि स्कूल और आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए एसी लगाए जा सकें। बैठक में सभी अधिकारियों ने एक दिन का वेतन देने की सहमति भी प्रदान की। बैठक में कलेक्टर श्री चौधरी ने हरियाली के लिए वृक्षारोपण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अपने-अपने क्षेत्र में स्थानों का चयन कर उसमें वृक्षारोपण के लिए गड्डे कराने की कार्रवाई करें। इसके साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत में भी वृक्षारोपण के कार्यों को हाथ में लिया जाए। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में 5 – 6 ऐसे स्थान चयन करें, जहाँ दो हजार से अधिक पौधों का रोपण किया जा सके। पौधरोपण के लिए गड्डे कराने के साथ ही पानी की उपलब्धता और फैंसिंग की व्यवस्था भी की जाए।
कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि वृक्षारोपण के लिए जिन स्थानों पर गड्डे कराए जाएं, वहाँ पर नम्बरिंग जरूर कराई जाए जिससे वृक्षारोपण के बाद वृक्षों की देखभाल की जवाबदारी भी सौंपी जा सके। वृक्षारोपण के लिए जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को एक अथवा दो स्थानों का प्रभारी अधिकारी भी नियुक्त किया जायेगा। प्रभारी अधिकारियों की भी जवाबदारी होगी कि वृक्षारोपण के पश्चात पौधों की देखभाल भी व्यवस्थित ढंग से होती रहे।