डबरा, अरुण रजक। कांग्रेस (Congress) के युवराज इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं, लगातार भाजपा की केंद्र सरकार पर हमलवार भी हैं। यात्रा में महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे भी राहुल गांधी उठा रहे हैं लेकिन बड़ी बात ये है कि वे अपनी ही पार्टी को जोड़कर नहीं रख पा रहे हैं। उनकी पार्टी से या तो नेता छोड़कर जा रहे हैं या उनके कार्यकर्ता अपने ही विधायक का खुलकर विरोध कर रहे हैं।
ताजा मामला ग्वालियर जिले के डबरा (Dabra News) तहसील का है। यहाँ कांग्रेस पिछले दो दिनों से महंगाई, बेरोजगारी, मप्र में हुए पोषण आहार घोटाले जैसे मुद्दों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही है। कल गुरुवार को डबरा कांग्रेस विधायक सुरेश राजे ने अग्रसेन चौराहे पर धरना दिया उनके साथ मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह, पूर्व सांसद रामसेवक गुर्जर, प्रदेश महामंत्री साहब सिंह गुर्जर, युवा कांग्रेस अध्यक्ष जीतू राजौरिया एवं महिला नेत्री शारदा जाटव व अन्य कांग्रेस नेता शामिल हुए।
आज शुक्रवार को आज डबरा एसडीएम कार्यालय पर महिला कांग्रेस की ग्रामीण अध्यक्ष गुंजा जाटव के नेतृत्व में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। महिला कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर महिला अध्यक्ष ने सरकार पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने समस्याओं प् रध्यान नहीं दिया तो कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी।
खास बात ये हैं कि इन प्रदर्शनों में कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता संजय शर्मा ही मौजूद थे। लेकिन वे कांग्रेस विधायक सुरेश राजे के खिलाफ जमकर भड़के। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी ने फिर से सुरेश राजे को टिकट दिया तो कांग्रेस इसका जमकर विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि इस फैसले से वे वरिष्ठ नेतृत्व को भी अवगत करा चुके हैं।
बहरहाल भारत को जोड़ने निकले राहुल गांधी और उनकी पार्टी अपने ही कार्यकर्ताओं को एकजुट नहीं करा पा रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि कांग्रेस कैसे मजबूत होगी और केंद्र में सत्ता वापसी का कांग्रेस का सपना कैसे पूरा होगा।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....