पिता ने लगाई फांसी, अंतिम संस्कार के लिए जेल में बंद बेटे की रिहाई की मांग को लेकर शव रखकर परिजनों ने किया चक्का जाम

Amit Sengar
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर (Gwalior) के थाटीपुर चौराहे पर उस समय अचानक विषम स्थिति बन गई जब बड़ी संख्या में पहुंचे लोग एक शव के साथ चक्का जाम करने लगे। चक्का जाम के कारण चौराहे के आसपास ट्रैफ़िक जाम हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को हटाने का निवेदन किया लेकिन परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे।

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जानकारी के मुताबिक दुष्कर्म के आरोप में योगेश सिसोदिया नामक युवक ग्वालियर सेंट्रल जेल में बंद है। उसके पिता भगवान सिंह ने बीती रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना था कि भगवान सिंह के इकलौते बेटे को अंतिम संस्कार के लिए जेल से कुछ देर के लिए रिहा किया जाए, इसी मांग को लेकर वे चक्का जाम करने लगे। परिजनों ने भगवान सिंह के शव को सड़क पर रख दिया।

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मृतक के भतीजे अंकित ने बताया कि उसके भाई को फंसाया गया है एक साल से योगेश बंद है जमानत अर्जी खारिज हो रही है, लड़की वाले राजीनामे के नाम 5 लाख पहले ले चुके हैं और 5 लाख फिर मांग रहे हैं। शनिवार को ताऊ भगवान सिंह योगेश से मिलने गए थे उसके बाद से परेशान थे, उन्होंने पत्नी से कहा मैं मर जाऊंगा और फिर उन्होंने फांसी लगा ली।

पिता ने लगाई फांसी, अंतिम संस्कार के लिए जेल में बंद बेटे की रिहाई की मांग को लेकर शव रखकर परिजनों ने किया चक्का जाम

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मौके पर मौजूद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों चक्का जाम कर रहे लोगों को समझाइश दी लेकिन वे राजी नहीं हुए । वरिष्ठ अधिकारियों ने कानूनी राय ली फिर भरोसा दिया कल सोमवार को कोर्ट खुलेगा तो वहां गुहार की जायेगी क्योंकि ये कोर्ट के हाथ में है हमारे हाथ में नहीं है।

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पुलिस की समझाइश के बाद परिजनों ने चक्का जाम खोल दिया। एडिशनल एसपी मृगाखी डेका ने बताया कि फिलहाल आज रात मृतक के शव को मुरार सिविल अस्पताल के डीप फ्रीजर में रखा जाएगा । सुबह सोमवार को मृतक के बेटे को अंतिम संस्कार के लिए जेल से बाहर लाने की प्रक्रिया की जाएगी।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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