ये कैसी पुलिस : थाना परिसर में लोगों के बीच जमकर हुई मारपीट, चले पत्थर, मूक दर्शक बनी देखती रही पुलिस

Gwalior News : ग्वालियर में बदमाशों की बात तो छोड़िये अब लोगों को भी पुलिस का कोई डर नहीं है, ये हम ऐसे ही नहीं कह रहे ये वो वीडियो बता रहा है जो सोशल मीडिया पर वायरल है, वीडियो ग्वालियर के कंपू थाने का है जहाँ दो पक्षों के लोग आपस में एक दूसरे पर हमलावर हैं , ये लोग बेख़ौफ़ होकर पुलिस के सामने ही मारपीट कर रहे हैं, चीख पुकार मच रही है , पत्थर से हमला हो रहा हैं और पुलिस मूक दर्शक की तरह खड़ी है।

पुलिस थाना परिसर में चले लात, घूंसे, पत्थर 

पुलिस रिकॉर्ड कहता है कि ग्वालियर में क्राइम कंट्रोल में है अधिकांश मामलों में अपराध होने के बाद पुलिस तुरंत कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज देती है लेकिन अपराध पर नियंत्रण नहीं है यहाँ दिन पुलिस थानों में मामले दर्ज होते हैं, ताजा मामला तो चौकाने वाला है वो इसलिए लोगों के बीच मारपीट पुलिस थाना परिसर में ही हुई ।

थाने में ही दो पक्ष हुए एक दूसरे पर हमलावर 

लोग एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गए, लात, घूंसों, डंडों, पत्थरों से एक दूसरे पर हमला कर रहे थे, इनके साथ मौजूद महिलाएं चीख पुकार मचा रही थी और ये सब हो रहा था पुलिस के सामने, वर्दी पहने पुलिस इन्हें रोकने के लिए सिर्फ बीच बचाव कर रही थी।

पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ दर्ज किया क्रॉस मुकदमा 

हालाँकि कुछ देर बाद पुलिस सभी को पकड़कर पुलिस थाने में ले गई फिर दोनों पक्षों के चार चार लोगों के खिलाफ क्रॉस मामला दर्ज कर लिया, कंपू थाना प्रभारी उप निरीक्षक सुरेश कुशवाह ने बताया कि जाटव मोहल्ले में रहने वाले भानू और मोनू के बीच विवाद था दोनों परिवारों के बीच मोहल्ले में झगड़ा हुआ तो एक पक्ष शिकायत लिखवाने थाने आया तो दूसरा पक्ष भी वहां पहुँच गया और थाना परिसर में आपस में मारपीट करने लगे, पुलिस ने मामला दर्ज मामले को जाँच में ले लिया है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News