Gwalior News : पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद, भाजपा के वरिष्ठ नेता, ओजस्वी वक्ता जयभान सिंह पवैया ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि वे ही मुझे उंगली पकड़कर राजनीति में लेकर आये थे, उनके शब्दों के ब्रह्मचर्य का मर्यादा का गहरा असर मेरे मन पर है, पवैया ने कहा कि मैं मजदूर हूँ मालिक (पार्टी) जो आदेश देगी उसे मानूँगा।
मानवता के लिए कोमल, शत्रुओं के लिए कठोर थे अटल जी
पवैया ने अटल जी की जन्म जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि ग्वालियर अटल जी की कर्मभूमि है शिक्षा भूमि है वे यहाँ के कण कण में हैं। वे आज भी लोगों के हृदय के सिंहासन पर विराजमान हैं। उन्होंने कहा कि कवि हृदय अटल जी मानवता के लिए कोमल मगर शत्रुओं के लिए कठोर थे।
अटल जी के शब्दों के ब्रह्मचर्य का मेरे मन पर हुआ गहरा असर : जयभान सिंह पवैया
अपने राजनीतिक जीवन को याद करते हुए पवैया ने कहा कि मैं जब बजरंग दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष था तब अटल जी ही मुझे उंगली पकड़कर राजनीति में लेकर आये थे और 1998 में ग्वालियर से बिना भाजपा का सदस्य होते हुए भी लोकसभा का चुनाव लड़वा दिया था। पवैया ने कहा कि अटल जी के शब्दों की बाजीगरी , उसके ब्रह्मचर्य, मर्यादा का मेरे मन पर गहरा असर हुआ है और मैं इसका पालन करता हूँ।
लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर पवैया ने दी यह प्रतिक्रिया
लोकसभा चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल पर पवैया ने कहा कि मैं तो मजदूर हूँ एक कार्यकर्ता हूँ जो मालिक (पार्टी) आदेश देगा उसका पालन करूँगा, उन्होंने मप्र के मंत्रिमंडल को लेकर कहा कि फैसला चौकाने वाला होगा और कांग्रेस को सदमा देने वाला होगा, उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस को ऐसे चौंकने वाले फैसलों के लिए हमेशा तैयार रहना होगा।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट