Gwalior News : जेल से जमानत पर छूटे हत्या के आरोपी का हूटर लगी गाड़ियों के साथ निकाला जुलूस, वीडियो वायरल, FIR दर्ज, बदमाश पुलिस पकड़ से दूर

एसपी ने कहा कि पुलिस टीमों ने कपिल यादव और उसके कुछ साथियों के घरों पर रात को दबिश दी, फ़िलहाल आरोपी फरार हैं लेकिन जल्दी ही पकड़ लिए जायेंगे।

Atul Saxena
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Gwalior News : ग्वालियर सेन्ट्रल जेल से जमानत पर रिहा हुए हत्या के आरोपी के साथियों का शहर में निकाला गया  जुलूस चर्चा का विषय बना हुआ है, बुधवार को कोर्ट से जमानत मिलते ही कपिल यादव के साथियों ने कपिल की रिहाई का जश्न शहर की सड़कों पर मनाया, हूटर लगी लक्जरी गाड़ियों का काफिला निकला और केक काटा गया, इस जश्न के वीडियो कपिल के ही साथियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किये, जिसके वायरल होते ही पुलिस के कान खड़े हुए और कपिल यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया, रात भर पुलिस आरोपियों की तलाश में दबिश देती रही लेकिन उसके हाथ एक भी आरोपी नहीं लगा।

जानकारी के मुताबिक हत्या और हत्या के प्रयास के आरोपी कपिल यादव को कल ग्वालियर कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया उस पर एक रेपिडो राइडर की हत्या और मुरार के व्यापारी महावीर जैन और उनके बेटे आकाश पर गोली चलाने का मुकदमा है, इसके अलावा कपिल यादव पर अन्य मामले भी दर्ज हैं, इसपर रासुका की कार्रवाई की गई थी उसके बाद उसे रीवा जेल भेजा गया था, कुछ समय पहले ग्वालियर सेन्ट्रल जेल शिफ्ट किया गया, कल बुधवार को कोर्ट ने कपिल यादव को जमानत दे दी।

जमानत पर छूटे आरोपी का निकाला जुलूस 

जमानत मिलते ही कपिल यादव के साथी सेन्ट्रल जेल के बाहर इकट्ठा हुए और बड़ी बड़ी गाड़ियों के काफिले के साथ जुलूस निकाला, जुलूस में शामिल लक्जरी गाड़ियों पर भी हूटर भी लगे थे, कपिल के साथियों ने केक काटकर जमानत का जश्न भी मनाया,  सेन्ट्रल जेल से अपने इलाके बड़ागाँव जाते हुए ये काफिला मुरार थाने के सामने से भी गुजरा लेकिन पुलिस को कुछ समझ ही नहीं आया कि आखिर ये कौन है? पुलिस की आंख तो तब खुली जब जुलूस के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए।

वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने दर्ज की एफआईआर 

एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने कहा कि थाना मुरार के हत्या के प्रकरण में जमानत पर जेल से छूटकर आये आरोपी कपिल यादव व उसके समर्थकों द्वारा बिना अनुमति के शहर में जुलूस निकाला गया और जुलूस में शामिल वाहनों द्वारा अनाधिकृत लगे हुए हूटर का प्रयोग किया गया।  पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है पुलिस की संयुक्त टीम इसकी गंभीरता से जांच कर रही है और जुलूस में जिन गाड़ियों में हूटर का प्रयोग किया गया उन सभी गाड़ियों को चिन्हित किया जा रहा है चिन्हित करने के उपरांत उन सभी हूटर को जप्त किया जायेगा और वाहन मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

पुलिस खंगाल रही बदमाशों के रिकॉर्ड   

उन्होंने कहा कि पुलिस टीम द्वारा जुलूस में शामिल आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के आपराधिक रिकॉर्ड छांटे जा रहे हैं  और सूची तैयार कर उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया है इसकी भी जांच की जा रही है। सोशल मीडिया में उक्त जुलूस को लेकर जो आपत्तिजनक पोस्ट की जा रही है इसकी भी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। जो भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर जुलूस को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट करने रहे हैं या उन्हें शेयर कर रहे हैं उनकी भी छानबीन की जा रही है।

जमानत की शर्तों का उल्लंघन निकलने पर होगा एक्शन 

उन्होंने कहा कि न्यायालय द्वारा आरोपी कपिल यादव को जमानत जिन शर्तों के तहत दी गई थी, उन शर्तों के उल्लंघन का परीक्षण किया जा रहा है। क्योंकि आरोपी के द्वारा बिना अनुमति निकाले गये जुलूस व शक्ति प्रदर्शन तथा हूटर के प्रयोग से जमानत की शर्तों का उल्लंघन परिलक्षित होता है। इस संबंध में महाधिवक्ता कार्यालय से राय प्राप्त कर उक्त आरोपी की जमानत निरस्ती की कार्यवाही की जाएगी। एसपी ने कहा कि पुलिस टीमों ने कपिल यादव और उसके कुछ साथियों के घरों पर रात को दबिश दी, फ़िलहाल आरोपी फरार हैं लेकिन जल्दी ही पकड़ लिए जायेंगे।

बदमाश का जुलूस बना शहर में चर्चा का विषय 

बहरहाल एक शातिर बदमाश का जमानत पर रिहा होने का जश्न मानना , सड़क पर जुलूस निकालना , शक्ति प्रदर्शन करना इस बात को बताता है कि ग्वालियर में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं उसे ना पुलिस से डर है और ना कानून से, जुलूस शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है, लोगों का कहना है कि बिना राजनीतिक संरक्षण या फिर बिना रसूखदारों के संरक्षण के कोई ये जुर्रत नहीं कर सकता, अब देखना ये है कि क्या पुलिस बदमाशों के साथ  इन रसूखदारों को भी खोज पाती है नहीं?


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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