ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मुरैना जिले के सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह (Congress MLA Ajab Singh Kushwah) की धोखाधड़ी (Fraud) से प्रताड़ित प्रॉपर्टी डीलर (Property dealer) की मौत हो गई , दो दिन पहले देर रात प्रॉपर्टी डीलर सीताराम शर्मा ने कांग्रेस विधायक विधायक के ग्वालियर स्थित घर के बाहर सल्फास की गोलियां खा ली थी। जहर खाने के बाद उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था जहाँ उनकी मौत हो गई।
दीनदयाल नगर वायुनगर ग्वालियर निवासी प्रॉपर्टी डीलर सीताराम शर्मा ने 26 अक्टूबर की रात कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाह के काल्पी ब्रिज मुरार स्थित घर के बाहर सल्फास की गोलियां खा ली थी। उन्हें गंभीर अवस्था में जयारोग्य भर्ती कराया गया था। सीताराम शर्मा ने अस्पताल में इलाज के दौरान वीडियो पर कांग्रेस विधायक अजब सिंह के घर के बाहर जहर खाने और उनके साथ विधायक द्वारा की गई धोखाधड़ी की बातें कहीं थी।
परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक सुमावली के कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाह ने सीताराम शर्मा के साथ ग्वालियर में महाराजपुरा थाना क्षेत्र के विक्रमपुर और सोहनपुर में जमीन में पार्टनरशिप की थी, सीताराम ने अपने रिश्तेदारों और परिचितों को जमीन के सौदा कराया, लेकिन बाद में जमीन सरकारी निकली, धोखाधड़ी सामने आने के बाद सीताराम शर्मा ने अजब सिंह से पैसे वापस मांगे लेकिन उसने पैसे वापस नहीं किये।
परिजनों की माने तो कांग्रेस विधायक अजब सिंह ने सीताराम शर्मा के साथ एक करोड़ 86 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। वापस नहीं कर रहा था और जिनके पैसे सीताराम शर्मा ने लगवाए थे वे सीताराम शर्मा से पैसे वापस मांग रहे थे। कई जगह शिकायत करने के बाद पिछले दिनों सीताराम शर्मा ने कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाह के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR महाराजपुरा थाने में दर्ज करवाई लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
परिजनों की माने तो सीताराम शर्मा मानसिक रूप से परेशान हो चुके थे, डिप्रेशन में चल रहे थे, लोग पैसे मांगने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे इसलिए 26 अक्टूबर को कांग्रेस विधायक के घर गए थे लेकि जब कोई नतीजा नहीं निकला तो उन्होंने जहर खालिया और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उधर सीताराम शर्मा की मौत के बाद परिजनों की शिकायत पर गोला का मंदिर थाना पुलिस ने कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाह और उनके साथियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करना का मामला दर्ज कर लिया है।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....