International Yoga Day 2024: BJP सांसद बोले- योग, कार्य करने की क्षमता बढ़ाता है, कैबिनेट मंत्री ने कहा ये भारत के ऋषिमुनियों की परम्परा

पीएम मोदी ने योग के माध्यम से समाज को स्वस्थ और निरोगी रखने का प्रयास किया है उन्होंने विश्व को योग दिवस के रूप में एक प्रेरणा देने का काम किया है, सभी का जीवन सुखी हो निरोगी हो यही भारत का भाव है। 

Atul Saxena
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International Yoga Day 2024: दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ग्वालियर में भी कार्यक्रम आयोजित किये गए, मुख्य कार्यक्रम भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान (आईआईटीटीएम) के मैदान पर आयोजित किया गया । प्रदेश के उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह और सांसद भारत सिंह कुशवाह सहित , प्रशासनिक अधिकारी इस सामूहिक योग कार्यक्रम में शामिल हुए।

IITTM में आयोजित हुआ जिला स्तरीय योग कार्यक्रम 

जिला स्तरीय कार्यक्रम में जनप्रतिनिगणों के साथ-साथ गणमान्य नागरिकगण, विभिन्न योग संस्थायें, महाविद्यालयों व विद्यालयों के विद्यार्थी, स्काउट-गाइड, शिक्षकगण तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए सभी ने रेडियो पर मिल रहे निर्देशों पर योग मुद्राएँ और आसन के अभ्यास किये।

पीएम मोदी ने समाज को स्वस्थ और निरोगी रखने का प्रयास किया है

भाजपा सांसद भारत सिंह कुशवाह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि योग करने से मन को शांति मिलती है, एकाग्रता बढती है और काम करने की क्षमता बढ़ती है, पीएम मोदी ने योग के माध्यम से समाज को स्वस्थ और निरोगी रखने का प्रयास किया है उन्होंने विश्व को योग दिवस के रूप में एक प्रेरणा देने का काम किया है, सभी का जीवन सुखी हो निरोगी हो यही भारत का भाव है।

योग एक भारत के ऋषिमुनियों सन्यासियों की पुरानी परंपरा

कैबिनेट मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा आज कई देशों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग किया है, योग एक भारत के ऋषि मुनियों सन्यासियों की पुरानी परंपरा है, भारत के लोग सचेत हुए हैं योग अपना रहे हैं, दुनिया अपना रही है ये अच्छी बात है , उन्होंने कहा-  योग शरीर को स्वस्थ्य और ऊर्जावान बनाता है, मैं सभी को योग दिवस की शुभकामनायें देता हूँ।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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