IPL 2022 : तीन सटोरिये गिरफ्तार, 1 लाख कैश, लाखों का हिसाब किताब मिला

Atul Saxena
Published on -

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर (Gwalior News) शहर में IPL 2022 के मैचों पर खिलाये जा रहे सट्टे (IPL 2022 betting) के खिलाफ लगातार कार्यवाही जारी है बावजूद इसके सटोरिये सक्रिय हैं।  ग्वालियर क्राइम ब्रांच (Gwalior Crime Branch Police)  ने मुखबिर की सूचना पर एक बार फिर सट्टे के खिलाफ एक्शन लिया है।  पुलिस (Gwalior Police)ने तीन सटोरियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 3 मोबाइल , 1 लाख रुपये कैश और लाखों का हिसाब किताब जब्त किया है।

जानकारी के अनुसार ग्वालियर एसएसपी अमित सांघी को मुखबिर से सूचना मिली कि मुरार थाना क्षेत्र के टिपारा के पास कुछ लोग IPL 2022 के मैचों पर ऑनलाइन सट्टा (IPL 2022 Online Betting) लगा रहे हैं।  सूचना के बाद उन्होंने एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया को एक्शन के निर्देश दिए।

ये भी पढ़ें – MP में विकास का मॉडल तैयार, 8500 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होंगे कई सड़कें और पुल, इन जिलों को मिलेगा लाभ

एसएसपी का निर्देश मिलते ही एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया ने सीएसपी मुरार और डीएसप क्राइम विजय भदौरिया के साथ थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर दामोदर गुप्ता और थाना प्रभारी मुरार इंस्पेक्टर शैलेन्द्र भार्गव की टीम बनाकर मुखबिर के बताये स्थान पर भेजा।

ये भी पढ़ें – केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मिले सांसद राकेश सिंह, जबलपुर के लिए की ये बड़ी मांग

पुलिस जब लाल टिपारा पहुँच तो वहां तीन युवक खड़े दिखाई दिए जो मोबाइल प् रलगतार बात कर रहे थे।  पुलिस को देखते ही युवकों में भागने का प्रयास किया तो पुलिस फ़ोर्स ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। पुलिस ने जब युवकों के मोबाइल चैक किये तो उसमें आरसीबी और राजस्थान रॉयल्स के बीच ऑनलाइन सट्टा मिला।

ये भी पढ़ें – मध्यप्रदेश में अब नकली कीटनाशक बेचने वालों की खैर नहीं : कृषि मंत्री कमल पटेल

सटोरियों की तलाशी लेने पर उनके पास 1 लाख रुपये नगद मिले। पुलिस ने कैश और तीनों सटोरियों के मोबाइल जब्त कर लिए।  सटोरियों के पास से पुलिस को लाखों का हिसाब किताब मिला है। पुलिस ने आरोपी सटोरियों के खिलाफ मुरार थाने में मामला दर्ज कर लिया है।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News