IPS की फर्जी ID बनाकर रिटायर्ड अधिकारी के साथ 50 हजार की ठगी, एयरफोर्स अधिकारी का फर्नीचर बेचने के नाम पर दिया धोखा

राजेश मंगल ने जब डिलीवरी बॉय के नंबर पर फोन लगाया तो उसने कहा कि वो सामान लेकर निकल रहा है उसे कैंटीन के 21400 रुपये देने होंगे जो रिफंडेबल है , चूँकि अभी उसके पास नहीं है तो वो उसे भेज दें वो सामान देते समय वापस कर देगा, उसने रुपये जल्दी ट्रांसफर करने की बार बार कही तो उन्हें शक हुआ जिसके बाद उन्हें समझ आया कि उनके साथ ठगी हो गई और उन्होंने पुलिस की साइबर सेल में जाकर इसकी शिकायत की।  

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Gwalior News : सोशल मीडिया पर एक्टिव ठग रोज किसी ना किसी को अपना शिकार बन रहे हैं, पिछले कुछ दिनों ने ये ठग सेना के अधिकारियों के फर्नीचर बेचने के नाम पर ठगी करने लगे हैं ताजा मामला ग्वालियर का है जहाँ ठगों ने एक रिटायर्ड सहकारिता अधिकारी से 50 हजार रुपये की ठगी कर दी, खास बात ये है कि शातिर ठगों ने इसके लिए एक आईपीएस अधिकारी का फेक फेसबुक एकाउंट बनाया और ये धोखाधड़ी की।

आईपीएस अधिकारी की फर्जी फेसबुक आईडी से ठगी 

ग्वालियर के हरिशंकर पुरम में रहने वाले राजेश मंगल सहकारिता विभाग से रिटायर्ड है, ठगों ने उन्हें ग्वालियर के पूर्व एसपी अमित सांघी (वर्तमान में छतरपुर एसपी) के फेक फेसबुक आईडी बनाकर ठग लिया, पुलिस में लिखी शिकायत में राजेश मंगल ने बताया कि कल 29 फरवरी को उन्होंने आईपीएस अमित सांघी के नाम से बने एकाउंट पर एक पोस्ट देखी।

पोस्ट में एयरफोर्स अधिकारी का फर्नीचर बेचने की बात 

इस  पोस्ट में एक एयरफोर्स अधिकारी राजू दास ला इलेक्ट्रोनिक्स सामान और फर्नीच 50 हजार रुपये में तुरंत बेचने के बारे में जानकारी दी गई थी, पोस्ट के साथ अधिकारी का मोबाइल नंबर भी लिखा था, चूँकि राजेश मंगल आईपीएस अमित सांघी से परिचित थे तो उन्हें शक नहीं हुआ और उन्होंने उस नंबर पर बात की क्योंकि उन्हें सौदा फायदे का लग रहा था।

रिटायर्ड अधिकारी से किया 50 हजार रुपये में सौदा 

राजेश मंगल ने उस नंबर पर कॉल किया था तो कथित एयरफोर्स अधिकारी राजू दास ने उन्हें व्हाट्स एप पर सामान के वीडियो भेज दिए, राजेश मंगल को सामान पसंद आ गया तो उन्होंने मिलकर खरीदने की बात कही जिसपर राजू दास ने कहा कि वो बाहर है इसलिए आप ऑनलाइन ट्रांजिक्शन कर दीजिये वे एयरफोर्स की गाड़ी से सामान भिजवा देंगे।

डिलीवरी बॉय का नंबर देकर जीता भरोसा 

चूँकि पोस्ट आइपीएस अमित सांघी के नाम से थी तो राजेश मंगल ने कोई शक नहीं किया सोचा IPS है अपने एयरफोर्स मित्र की मदद कर रहे होंगे, उन्होंने 50 हजार रुपये ऑनलाइन राजू दास द्वारा भेजे गए एकाउंट पर भेज दिए, कथित एयरफोर्स अधिकारी ने पैसे मिलने के बाद कहा कि वे एयरफोर्स की गाड़ी से सामान भेज रहे हैं और डिलीवरी बॉय के नाम से एक नंबर भेज दिया।

कथित डिलीवरी बॉय ने जब और पैसे मांगे तो हुआ शक  

राजेश मंगल ने जब डिलीवरी बॉय के नंबर पर फोन लगाया तो उसने कहा कि वो सामान लेकर निकल रहा है उसे कैंटीन के 21400 रुपये देने होंगे जो रिफंडेबल है , चूँकि अभी उसके पास नहीं है तो वो उसे भेज दें वो सामान देते समय वापस कर देगा, उसने रुपये जल्दी ट्रांसफर करने की बार बार कही तो उन्हें शक हुआ जिसके बाद उन्हें समझ आया कि उनके साथ ठगी हो गई और उन्होंने पुलिस की साइबर सेल में जाकर इसकी शिकायत की।

पुलिस ने मामला दर्ज किया 

एसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि ऑनलाइन ठगी की शिकायत मिली है हमने आईटी एक्ट में मामला दर्ज किया है हमारी साइबर एक्सपर्ट टीम उन दोनों मोबाइल नंबरों को सर्च कर रही है जल्दी ही आरोपी पकड़ा जायेगा, एसपी ने लोगों से अपील की है कि कोई भी ऑनलाइन ट्रांजिक्शन करने से पहले उस इक बार कन्फर्म  जरुर करें सही व्यक्ति का हो तभी वहां पैसे ट्रांसफर करें।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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