MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल गरमाया हुआ है, भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को बची हुई सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करनी है इस बीच कुछ फर्जी सूचियाँ सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रही है, कल देर शाम चार नाम वाली भाजपा की सूची वायरल हुई दावा किया गया कि पार्टी की चौथी सूची है, हालाँकि पार्टी की तरफ से इसका तुरंत खंडन किया गया, अब केंद्रीय मंत्री एवं मप्र भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर ने सूची को फर्जी बताते हुए इसे कांग्रेस की शरारत बताया है।
वायरल सूची में चार नाम , भाजपा ने कहा लिस्ट फर्जी
18 अक्टूबर बुधवार देर शाम एक सूची भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय कार्यालय के नाम से जारी हुई इस सूची में जतारा, पृथ्वीपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी विधानसभा सीटों के सामने उम्मीदवारों के नाम लिखे हुए थे, दावा किया गया कि ये भाजपा की चौथी सूची है, लेकिन सूची सोशल मीडिया पर वायरल होने के तुरंत बाद प्रदेश मंत्री लोकेन्द्र पाराशर ने इसे फर्जी बताते हुए ट्वीट किया।
केंद्रीय मंत्री तोमर बोले जल्दी आयेगी अगली सूची
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बुधवार रात ग्वालियर पहुंचे और कुछ देर रुकने के बाद अपनी विधानसभा दिमनी के लिए रवाना हो गए पार्टी ने उन्हें वहां से उम्मीदवार बनाया है, दिमनी जाने से पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा ने 136 प्रत्याशियों के नाम घोषित हो चुके हैं शेष बची 94 सीटों पर भी प्रत्याशियों की घोषणा जल्दी होगी। संगठन में बातचीत चल रही है सारी जांच पड़ताल के बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। समिति की बैठक वाले दिन ही सूची जारी कर दी जाएगी।
वायरल सूची को तोमर ने बताया कांग्रेस की शरारत
सोशल मीडिया पर वायरल भाजपा की चौथी सूची के सवाल पर तोमर ने कहा कि अभी चुनाव समिति की बैठक नहीं हुई है, इसलिए कोई अधिकृत सूची आने का कोई सवाल ही नहीं उठता, इस प्रकार के दुष्प्रचार से लोगों को सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग कभी-कभी यह करते रहते हैं।
कांग्रेस अंतर्कलह से त्रस्त, जनता को उससे कोई उम्मीद नहीं
कांग्रेस के कपड़ा फाड़ वाले बयान पर तोमर ने कहा कि कांग्रेस अंतर्कलह से त्रस्त हो चुकी है। वो जमीन पर भी और ऊपर भी इस कलह से त्रस्त है। इसलिए कांग्रेस से कोई उम्मीद जनता को नहीं है और किसी को होने का सवाल भी नहीं उठता है।
कमलनाथ के पॉवर ऑफ अटॉर्नी वाले बयान पर कसा तंज
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा दिग्विजय सिंह को गालियां खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी देने के बयान पर नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि कौन किसको पावर ऑफ अटॉर्नी देता है यह उनका विषय है, लेकिन पावर ऑफ अटॉर्नी तब दी जाती है जब पावर हो, जब पावर ही नहीं तो फिर कैसी अटॉर्नी?
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट