ग्वालियर, अतुल सक्सेना। आमतौर पर पुलिस (Police) को लोग भ्रष्ट, गैर संवेदनशील, लापरवाह, मजबूर लोगों को प्रताड़ित करने वाई और ना जाने क्या क्या मानते हैं, लेकिन ये सब सच्चाई से बहुत परे है। आज हम आपको मध्यप्रदेश की ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) का वो चेहरा दिखाने जा रहे हैं जिसके सामने ऊपर लिखी बाते बेमानी साबित हो जाएँगी। हालाँकि पुलिस (Police)ने कोई बहुत बड़ा काम नहीं किया है लेकिन पुलिस (Police) ने जो किया है उसने उसे बहुत से लोगों की नजर में बहुत बड़ा बना दिया है।
ग्वालियर (Gwalior) में इस दिनों कई जगह रोड डिवाइडर का निर्माण चल रहा है। नगर निगम के अधिकारियों की देखरेख में ठेकेदार रोड डिवाइडर का निर्माण कर रहे हैं लेकिन नगर निगम के अधिकारी और उनके अधीन काम कर रहे ठेकेदार शहर और शहर के लोगों के प्रति कितने संजीदा हैं इसका उदाहरण देखने को मिला शिंदे की छावनी में।
दरअसल शिंदे की छावनी क्षेत्र में रोड डिवाइडर का निर्माण कार्य चल रहा है, ये सड़क बहुत व्यस्त मार्ग है। यहाँ से हजारों वाहन रोज गुजरते हैं। ठेकेदार की लेबर ने डिवाइडर निर्माण के लिए लोहे की प्लेट लगाकर उसमें सीमेंट गिट्टी का मसाला भर दिया और समय पूरा हो जाने के बाद शाम के समय बचा हुआ बाकी मटेरियल मिक्सर मशीन के साथ सड़क पर छोड़ दिया।
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ठेकेदार की लेबर द्वारा सड़क पर छोड़ी गई मशीन और गिट्टी सहित अन्य सामग्री शिंदे की छावनी के व्यस्त मार्ग पर लोगों के लिए मुसीबत बनने लगी लेकिन ना तो किसी राजगीर ने और ना ही क्षेत्रीय लोगों ने उस मटेरियल और मशीन को वहां से हटाया। जाहिर सी बात है क्यों हटाते ये उनका काम नहीं है ये तो नगर निगम का या ठेकेदार का काम है।
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इसी बीच जनता की इस परेशानी पर नजर पड़ी ट्रेफिक पुलिस के सूबेदार राघवेंद्र सिंह जादौन की, वे ट्रैफिक व्यवस्था में तैनात थे। उन्होंने जनता की परेशानी देखी और ट्रेफिक जाम जैसे हालात देखे तो अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुँच गए और बिना कुछ सोचे समझे सड़क पर फैली पड़ी गिट्टी और अन्य निर्माण सामग्री को खड़े रहकर हटवाया और मिक्सर मशीन को खुद धक्का देकर सड़क किनारे कर रास्ता क्लियर कराया।
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कहने को तो ये बहुत साधारण और छोटा सा काम है लेकिन इसमें छिपा सन्देश बहुत गहरा है। सन्देश ये है कि दूसरे की परेशानी को भी अपनी परेशानी समझना चाहिए, सन्देश ये कि ये शहर हमारा है इसकी और यहाँ के लोगों की चिंता मिलकर करनी है। पुलिस को तो “देशभक्ति जनसेवा” का पाठ उनकी सेवा की शुरुआत में ही समझा दिया जाता है और अधिकांश पुलिस वाले इसका अनुसरण भी करते हैं जैसे ग्वालियर में राघवेंद्र सिंह जादौन ने और उनके स्टाफ ने किया। लेकिन जनता को भी देशभक्ति और जनसेवा का सबक याद रखना होगा।
ट्रेफिक सूबेदार और उनके स्टाफ के इस कार्य का वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। व्हाट्स एप ग्रुपों पर शहर के लोग राघवेंद्र सिंह जादौन और उनके स्टाफ की बहुत तारीफ कर रहे हैं। इसके अलावा राघवेंद्र सिंह जादौन के विभाग के अधिकारी यानि पुलिस अधिकारी भी उनकी तारीफ कर रहे हैं डीएसपी ट्रेफिक से लेकर शहर के कई थानों के टीआई, और अन्य अधिकारी सूबेदार और उनकी टीम की तारीफ कर रहे हैं। कुछ अधिकारी तो सलाह भी दे रहे हैं कि सड़क अवरुद्ध करना अपराध की श्रेणी में आता है लिहाजा ठेकेदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज करना चाहिए जिससे कोई अन्य ठेकेदार इस तरह निर्माण सामग्री सड़क पर छोड़कर यातायात को अवरुद्ध न करे।
बहरहाल ट्रेफिक सूबेदार राघवेंद्र सिंह जादौन और उनके स्टाफ ने एक अच्छा शहरी और एक सच्चा पुलिसमेन होने का जो उदाहरण पेश किया है ये उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो सिर्फ बड़ी बड़ी बातें कर समाज और पुलिस को कोसते रहते हैं।