MP News: दो निजी स्कूलों पर कलेक्टर की गिरी गाज, 2-2 लाख रुपए का लगाया जुर्माना

जिला कलेक्टर ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि आगामी 15 दिनों में स्कूल द्वारा लिए गए अतिरिक्त फीस को अभिभावकों को वापस करना होगा।

Shashank Baranwal
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MP News: मध्य प्रदेश में निजी स्कूलों के मनमानी के खिलाफ प्रशासन सख्त हो गया है। प्रशासन की तरफ से शासन के फैसलों के खिलाफ करने वाले स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी बीच हरदा जिले के कलेक्टर आदित्य सिंह ने स्कूल फीस की वृद्धि के मामले में दो निजी स्कूलों पर तगड़ा जुर्माना लगाया है। दरअसल, इन स्कूलों के द्वारा फीस के निर्धारित मानकों को पालन नहीं किया जा रहा था।

कलेक्टर ने लगाया जुर्माना

हरदा कलेक्टर ने जिले के दो स्कूल सनराइज हॉयर सेकेंडरी स्कूल, टिमरनी और एकेडमिक हाइट पब्लिक स्कूल, टिमरनी पर फीस वृद्धि के मामले में 2-2 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। बता दें कलेक्टर को कुछ दिनों पहले मीडिया रिपोर्ट के जरिए स्कूलों की मनमानी को लेकर सूचना मिली थी, जिसके बाद उन्होंने जांच के निर्देश दिए थे। जिसमें यह पाया गया कि इन दोनों स्कूलों के द्वारा नए शैक्षणिक सत्र में पिछले सत्र के मुकाबले 10 फीसदी फीस में वृद्धि किया है।

अतिरिक्त फीस को 15 दिन में वापस करने के निर्देश

दरअसल, इन दोनों स्कूलों के द्वारा सरकार के निर्धारित मानको का पालन नहीं किया जा रहा था, जिसके कारण जुर्माने की कार्रवाई की गई। वहीं जिला कलेक्टर ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि आगामी 15 दिनों में स्कूल द्वारा लिए गए अतिरिक्त फीस को अभिभावकों को वापस करना होगा। स्कूलों द्वारा जुर्माने की राशि बैंक ड्राफ्ट के जरिए आयुक्त लोक शिक्षण के नाम पर बनवाकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में जमा कराना होगा। आपको बता दें जिले के अन्य स्कूलों की भी जिला प्रशासन द्वारा जांच की जा रही है।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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