इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर लोकायुक्त पुलिस (Indore Lokayukta Police) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर में दो अलग-अलग सरकारी दफ्तरों पर एक साथ धावा बोल दिया। बता दें कि लोकायुक्त की दो अलग-अलग टीमों ने कार्रवाई करते हुए भ्रष्ट अधिकारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
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दरअसल, एक ही समय पर शुरु हुई कार्रवाई के पहले चरण में इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने चिमन बाग स्थित उपायुक्त सहकारिता एवं रजिस्ट्रार कार्यालय पर की जहां वरिष्ठ सहकारिता निरीक्षक संतोष जोशी नामक भ्रष्ट अधिकारी को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया। संतोष जोशी ने सोसायटी चुनाव कराने के लिए फरियादी से 20 हज़ार की मांग की थी जिसमें से 10 हज़ार आज देना तय हुए थे। रिश्वत लेने के लिए बकायदा रिश्वतखोर ने फरियादी को कार्यालय के बाहर चाय की दुकान पर बुलाया था। इसके बाद जैसे ही भ्रष्ट आरोपी संतोष जोशी ने रिश्वत ली तो मौके पर मौजूद लोकायुक्त की टीम ने संतोष जोशी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
इधर, रिश्वतखोरी का दूसरा मामला राउ थाना क्षेत्र का है। डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल की टीम ने राउ क्षेत्र में कार्रवाई की है जहां पटवारी अमरसिंह मंडलोई को 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। अमर सिंह मंडलोई नामक पटवारी पर लोकायुक्त पुलिस ने छापा मार कार्रवाई कर गिरफ्तार किया। पटवारी ने पीड़ित से नहर खोदने के नाम पर जमीन के पेपर में संशोधन के लिए 20 हज़ार की रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्ट पटवारी को भी 20 हज़ार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
हालांकि, ये पहला मामला नहीं है जब रिश्वत खोर अधिकारी और पटवारी लोकायुक्त की जद में आये है इसके पहले भी लोकायुक्त ने इन्ही विभागों से रिश्वखोरो को पकड़ा है लेकिन लालची अधिकारी अपनी हरकतों को अंजाम देने से बाज नही आते है। डीएसपी लोकायुक्त सुरेश यादव की माने तो फरियादी की शिकायत पर ट्रेप की कार्रवाई की गई है और अब इस मामले में जल्द ही भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।