इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना को लेकर हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। ऐसे में बीजेपी ने व्यापारिक संगठनों से चर्चा की। इस बैठक में बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला और बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे सहित अन्य बीजेपी नेता मौजूद थे। बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर के अलग अलग व्यापरिक संगठनों के प्रमुखों से सुझाव भी मांगे।
बैठक के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि वर्तमान में जागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने साफ किया कि अब लॉकडाउन करना मार्केट बन्द करने की आवश्यकता नहीं है और लोगो की मानसिकता इस प्रकार बनाना है कि कोरोना भी रहेगा और हम भी रहेंगे। इसके लिए कुछ प्रोटोकॉल का पालन हमें करना होगा। यदि बहुत आवश्यकता हो तो ही घर से बाद निकले और बहुत जरूरी हो तो ही घर के बाहर बुजुर्गों को निकलने दें। बच्चे और सीनियर सिटीजन्स के लिए ये वायरस खतरनाक है।
कैलाश विजयवर्गीय ने आम जनता से अपील है कि वो एक अतिरिक्त मास्क अपनी जेब में रखें और जब भी कोई ऐसा व्यक्ति मिले जिसने मास्क न पहना हो तो जेब मे रखा मास्क उसे पहनने को दे दें। वहीं उन्होंने कहा कि दुकानदार भी अपनी दुकान पर कुछ मास्क रखें और जब कोई ऐसा व्यक्ति आए जिसने मास्क नहीं पहना है या उसका मास्क प्रॉपर नहीं है तो उसे मास्क दे दें। उन्होंने कहा कि शहर को अब बन्द करने के पक्ष में नहीं है, शहर चलना चाहिए क्योंकि ये शहर व्यवसायिक राजधानी है। शहर की जीवंतता व्यापार चलने से है इसलिए व्यापार चले लेकिन अवेयरनेस बहुत ज्यादा जरूरी है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि वर्तमान में एक माहौल बना है कि सारे हॉस्पिटल बिल्कुल फुल है। वही इंदौर की जनसंख्या के हिसाब से इंदौर प्रशासन ने पर्याप्त हॉस्पिटल, पर्याप्त बैड और पर्याप्त आईसीयू है, लेकिन इंदौर के ऊपर प्रेशर उज्जैन और भोपाल संभाग का भी है और अब तो ग्वालियर संभाग से भी मरीज आ रहे है। इस प्रेशर के कारण इंदौर के हॉस्पिटल लगभग फुल है। हम ये आग्रह करेंगे कि जो नौजवान यदि कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाये तो वो होम क्वारेंटाइन के माध्यम से इलाज कराएं, अस्पताल उनके लिये जरूरी नहीं हैं। क्योंकि इसमें जो दवाएं है वो डॉक्टर आपको घर तक दे सकते है इसलिए ऐसी स्थिति में युवा घर पर रहे और होम क्वारेंटाइन रहकर इलाज कराएं। वहीं जो बुजुर्ग है जिनको आवश्यक है वो ही हॉस्पिटल में जाकर इलाज कराएं। इससे होगा ये कि जिनके लिए आवश्यक हो उनके लिए बेड उपलब्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल के बैड उनके लिए सुरक्षित रखें, जिनको वास्तव में हॉस्पिटल के केयर की आवश्यकता हो बाकि इस बीमारी से घर मे रहकर स्वस्थ हो सकते हैं।
वहीं त्योहारों को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर में जिस भव्यता के साथ त्योहार मनाये जाते है वो फिलहाल नहीं मनाए जा रहे हैं। गणेशोत्सव चला गया पता ही नही लगा की गणेश जी चले गए याने उत्सव को सबने अपने अपने हिसाब से छोटा किया है। उन्होंने कहा कि उत्सव, परंपरा ये समाप्त नही होनी चाहिए मैं इसका पक्षधर नही हूँ। गणेश उत्सव है तो गणेश जी की मूर्ति बैठना चाहिए और आरती होना चाहिए। नवरात्रि आ रही दुर्गा जी को बैठना चाहिए जिसमे आरती हो और उसके बाद सब अपने – अपने घर जाए। गरबे नही हो, भीड़ नही हो बाकि माताजी की स्थापना हो आरती करें उसके बाद लोग अपने घर जाए। वही उन्होंने ये भी कहा जो हमारी परंपराएं है वो चालू रहे।