दफनाने और दाह संस्कार के बीच पड़ी उलझन, पारिवारिक विवाद खुलकर आया सामने

इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।  इंदौर के एम. वाय. अस्पताल की मर्च्युरी के बाहर आज उस वक्त विवाद खड़ा हो गया। जब एक शव के अंतिम संस्कार को लेकर गुत्थी दफनाने और दाह संस्कार के बीच उलझ गई। दरअसल, एक ड्राइवर की मौत के बाद विवाद की अजीबो गरीब वजह सामने आई है। ड्राइवर के मरने के बाद उसकी पत्नि और मां आमने-सामने हो गई है। पत्नि की माने तो उसका पति मुस्लिम है इसलिए उसका शव दफनाया जाएं तो मृतक की मां का कहना है कि उसका बेटा हिंदू है इसलिए उसके शव को हिंदू रिति रिवाजों के मुताबिक जलाया जाएं।

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इधर, पुलिस का कहना है कि पंचनामा बनाकर दोनो पक्षो के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मृतक की माँ ने बताया उसके 50 वर्षीय बेटे का नाम प्रकाश मालवीय है। तो पत्नि ने बताया कि उसके शौहर का ना सलीम खान है और 40 साल पहले मृतक ने उससे शादी की थी। ये पूरा विवाद इंदौर के राउ थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। जहां इंदौर के नेहरू नगर में रहने वाले मृतक प्रकाश मालवीय ने 40 साल पहले देवास की एक मुस्लिम महिला से शादी की थी। मृतक इन्दौर के राउ में डंपर चलाने का काम करता था। जहां संदिग्ध हालात में प्रकाश उर्फ सलीम खान की मौत हो गई। पुलिस ने उसके शव को एम.वाय. अस्पताल की मर्च्युरी में रखवा दिया था। सुबह प्रकाश उर्फ सलीम की पत्नी हारून बी और उसकी बेटी अस्पताल पहुंचे और पोस्टमार्टम शुरू कराया। जैसे ही इस बात की जानकारी प्रकाश की माँ और बहन को लगी तो दोनो अस्पताल पहुंचे और शव को अपने साथ ले जाने की बात करने लगे। तब ही दोनो परिवार में विवाद हो गया। पत्नि और बेटी मृतक को दफनाने पर अड़ी रही वही मृतक की माँ और परिवार हिन्दू रीति रिवाज से उसका दाह संस्कार करने की बात पर अड़े रहे।


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Harpreet Kaur