इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश में कोरोना के हॉट स्पॉट रहे इंदौर में आज शुभ टीकाकरण अभियान के तहत 5 निजी व शासकीय अस्पतालों में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू हो चुका है। पहले दिन इंदौर के 5 सेंटर्स पर 500 हेल्थवर्कर्स का टीकाकरण किया जा रहा है। बता दें कि टीकाकरण के एक दिन पहले प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने वैक्सीनेशन से संबंधित जानकारी साझा की थी और बताया कि सबसे पहले स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और बाद में फ्रंट लाइन वारियर्स के अलावा 50 साल से अधिक उम्र के लोगो को प्राथमिकता दी जाएगी।
शनिवार को सबसे पहले एम.टी.एच. अस्पताल में कार्यरत वार्ड सर्वेंट अशोक मेहरा को टीका लगाया गया इसके बाद अन्य हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाया गया। अशोक मेहरा ने लोगो से अपील की है कि लोग वैक्सीन से डरे नंही, वैक्सीन लगवाकर प्रदेश को कोरोनामुक्त बनाने में सहयोग करें। बता दे कि वैक्सीनेशन तीन चरणों मे होगा और पहले चरण में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कर्मियों को टीका लगाया जा रहा है। वहीं जिला चिकित्सालय में कार्यरत 54 वर्षीय आशा पंवार को भी पहले चरण में टीका लगाया गया। आशा पंवार ने बताया कि कोरोना काल में उनके मन मे भी डर था लेकिन अब उन्हें अच्छा लग रहा है।
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि आज पहला दिन है इसलिए वैक्सीनेशन की गति धीमी रहेगी और 500 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जा रहा है। इंदौर 5 सेंटर पर काम शुरू हो चुका है और आवश्यकता पड़ने पर 126 सेंटर्स पर तैयारियां पूरी है। वहीं उन्होंने बताया कि इंदौर जिले में 30 हजार हेल्थ वर्कर को टीका लगाया जाएगा इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर, पुलिस व सफाईकर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। बाद में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो का टीकाकरण किया जाएगा।
वैक्सीनेशन के पहले दिन इंदौर के एम.वाय. अस्पताल में प्रशासन की टीम और प्रदेश सरकार के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट पहुंचे। इस दौरान वैक्सीन लगाने वाली टीम और वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे हेल्थ केयर वर्कर में उत्साह दिखा। वैक्सीनेशन के लिए निर्धारित नियमों के मुताबिक टीका लगाया गया और CO-win एप में जानकारी भी अपलोड की गई। जिन लोगो को टीका लग चुका है उन्हें दोबारा 28 दिन बाद टीका लगाया जाएगा ताकि एंटीबॉडी विकसित हो सके। बता दें कि टीका लगवाने के बाद भी लोगो को मास्क सहित अन्य कोविड नियमों का पालन करना जरूरी होगा।
मंत्री तुलसी सिलावट ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश में पहला कोरोना केस 24 मार्च को जबलपुर में आया था और सीएम शिवराज ने पद ग्रहण के बाद से ही कोरोना के खिलाफ फ्रंट में आकर लड़ाई लड़ी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश और देश की सरकार इस महामारी से लड़ने के लिए हमेशा से संघर्ष कर रही है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन पूर्ण रूप से 100 प्रतिशत ही नही बल्कि 1000 प्रतिशत सुरक्षित है। इसमे किसी को डर की और भय की आवश्यकता नही है। इसलिए प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एम.वाय.में समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को टीका लगाया जा रहा है। वही उन्होंने मीडियाकर्मियों के टीकाकरण पर कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा मजबूत स्तंभ है और सरकार का ध्यान इस बात की ओर है।
फिलहाल, इंदौर में वैक्सिनेशन शुरू हो चुका है और 30 हजार हेल्थ केयर वर्कर को टीका लगने जा रहा है वही प्रशासन ने पहले दिन 500 लोगो को टीका लगाने का निर्णय इसलिये लिया है क्योंकि वैक्सिनेशन के दौरान आ रही कमियों को आगे दूर किया जा सके।