इंदौर, आकाश धोलपुरे। केबिल व्यापार (cable business) में ठगी (con) के लिये कुख्यात हितेश रघुवंशी (hitesh raghuvanshi) को इंदौर पुलिस ने गिरफ़्तार (arrest) किया है। हितेश पर डिजिआना केबिल नेटवर्क के साथ लाखों रुपये की ठगी करने का आरोप है।
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से केबिल नेटवर्क शुरू करवाने और बॉक्स आदि सप्लाई करने के नाम पर सब्ज़बाग दिखाकर हितेश रघुवंशी प्रतिष्ठित और बड़े व्यापारियों को शीशे में उतारकर लाखों का चूना लगाता रहा है। ऐसे ही एक मामले में पूर्व में भी राजनांदगांव छत्तीसगढ़ के केबिल व्यवसायी प्रदीप घतोड़े की शिकायत पर लंबे समय तक जेल रह चुका है। उसके बाद फिर वह ऐसी ही गतिविधियों में शामिल हो गया। इस पर देवास में भी ठगी का मामला दर्ज है।
हितेश के विरुद्ध एमआईबी थाने में अपराध क्रमांक 507/ 20 धारा 420 , 407 और 120 बी के तहत दर्ज मामले में उसपर आरोप है कि उसने डिजिआना प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड से 1 बॉक्स दिलाने के नाम पर एक करोड़ से भी अधिक राशि हड़प ली। हितेश रघुवंशी पर आरोप है कि वह बड़े शातिराना ढंग से गिरोह बनाकर अलग कम्पनियों के नाम से ठगी करता है।आलीशान आफिस, लग्ज़री वाहन, लाइफ स्टाइल और लेट नाइट पार्टी के आदी हितेश के ठाटबाट को देखकर कई बड़े व्यवसायी झांसे में आ जाते हैं और उसके इसी रसूख के चलते आसानी से पुलिस उसके गिरेबान पर हाथ नही डालती। लेकिन एक बार फिर वो सलाखों के पीछे है। हितेश के ख़िलाफ़ ठगी की कई अन्य शिकायत भी लंबित है उस पर सरकारी संस्थानों टेलिफोन कम्पनियों को भी ठगने का आरोप है। उसकी गिरफ़्तारी की ख़बर मिलते ही अन्य शिकायतकर्ता भी पुलिस से सम्पर्क कर रहे हैं।